बालोतरा (बाड़मेर). राजस्थान में गहलोत सरकार के राज में कानून व्यवस्था दिनों-दिन बिगड़ती जा नजर आ रही है. आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की पचपदरा थाना क्षेत्र अंतर्गत संदिग्ध अवस्था में हुई मौत के बाद अब पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है.
पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही दरअसल, आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की मौत मामले में पोस्टमार्टम होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जब आनन-फानन में लोगों को पता चला तो सोशल मीडिया से वीडियो को हटा दिया गया. लेकिन वीडियो का इस तरह से वायरल होना कितनी बड़ी लापरवाही है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
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बता दें कि आरटीआई एक्टिविस्ट की संदिग्ध मौत के बाद पुलिस ने एक बोर्ड बनाया था, जिसने पोस्टमार्टम के समय वीडियो बनाया था. उसी वीडियो को किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया है. अब देखने वाली बात होगी कि इस हरकत के लिए गहलोत सरकार पुलिस और चिकित्सा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करती. ऐसे में एसपी शरद चौधरी ने रविवार को पचपदरा थानाधिकारी को सस्पेंड किया है वही थाने में कार्यरत सभी स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया था.