बाड़मेर.विधानसभा में बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने बाड़मेर विधानसभा में पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी स्थापित करने की मांग को पुरजोर तरीके से रखा. उन्होंने कहा कि बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से राज्य व केंद्र सरकार को सबसे ज्यादा रॉयल्टी मिलती है. ऐसे में बाड़मेर जिला मुख्यालय पर पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी स्थापित करने के मुद्दे को उठाया.
विधायक मेवाराम जैन ने बाड़मेर में पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी स्थापना करने की रखी मांग बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि बाड़मेर जिले में मिल रहे लिग्नाइट में खनिज तेल की उपलब्धता को दृष्टिगत रखते हुए राज्य सरकार द्वारा पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाए. इसको लेकर मैंने विधानसभा में भी इस मामले को बड़े जोर शोर से उठाया है. उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पहले भी इस मुद्दे को लेकर अपनी बात रखी थी और अब विधानसभा में भी यही बात रखी कि देश का सबसे ज्यादा तेल बाड़मेर बाड़मेर विधानसभा से निकल रहा है और लिग्नाइट के अथक भंडार है. जिससे राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार को सबसे ज्यादा रॉयल्टी मेरी बाड़मेर विधानसभा से मिल रही है.
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उन्होंने कहा कि रिफाइनरी पचपदरा विधानसभा में लग रही है, इससे हमें कोई एतराज नहीं. मैंने कहा कि यहां बॉर्डर का इलाका है और यहां रिफाइनरी का काम चल रहा है. तेल उत्खनन का काम चल रहा है, जो भी कंपनियां काम कर रही हैं और इसमें जितने भी इंजीनियर और तकनीकी कर्मचारी बाहर से आकर काम कर रहे हैं, क्योंकि यहां पर के लोग ट्रेंड नहीं है. इसलिए मेरा मुख्यमंत्री और सरकार से निवेदन है कि पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी को बाड़मेर में स्थापित किया जाए, ताकि यहां के जो बेरोजगार युवा है. इसमें ट्रेनिंग ले और तकनीकी जानकार इसमें ट्रेनिंग ले और तकनीकी शिक्षा ले ताकि लिग्नाइट और रिफाइनरी में यहां के युवाओं को रोजगार मिल सके.
उन्होंने यह भी कहा कि अभी जो कंपनियां काम कर रही हैं. वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दे रही हैं. यहां के लोगों की जमीने चली गई है, लेकिन छोटे बड़े काम भी बाहर की कंपनियों को दिए जा रहे हैं. ऐसे में मेरी मांग है कि यहां की जितनी भी कंपनियां हैं. स्थानीय लोगों को और रोजगार में प्राथमिकता दें.