बाड़मेर.बढ़ते अवैध बजरी खनन के रोकने के लिए और बजरी माफियाओं पर नकेल कसने के लिए गहलोत सरकार ने बाड़मेर जिले में पांच अलग-अलग जगहों पर चौकी स्थापित की थी. साथ ही लीज खनन परिवहन के ठेकेदार ने अपने स्टाफ को लगाकर अवैध खनन रोकने को लेकर कदम उठाया था.
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जिसके बाद से ही लगातार सिणधरी से लेकर बालोतरा और उसके आसपास लूनी नदी के इलाकों में जबरदस्त तरीके से टकराव की स्थिति है. लगातार डंपर वाहन चालकों के साथ बदसलूकी मारपीट को लेकर डंपर चालक धरना प्रदर्शन के साथ ही पचपदरा विधायक मदन प्रजापत से मुलाकात भी कर रहे हैं.
विधायक मदन प्रजापत की चेतावनी इस दौरान मदन प्रजापत ने साफ तौर पर कहा कि 2 दिनों में मैं मुख्यमंत्री और अधिकारियों से वार्ता कर इस मामले को समाधान करवा लूंगा, लेकिन इस दौरान मदन प्रजापत ने सीधे तौर पर अपनी सरकार की ओर से नियुक्त की गई.
पूर्व एलओधारक को खुली चुनौती देते हुए कहा कि जिस तरीके से वह अपनी दादागिरी कर रहे हैं वह मैं कतई बर्दाश्त नहीं करूंगा अगर वह नहीं माने तो मैं पहले खनन विभाग और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करूंगा उसके बावजूद भी अगर वह नहीं माने तो उनको उन्हीं की भाषा में जवाब देना मुझे आता है.
राजस्थान की गहलोत सरकार की लगातार इस बात को लेकर किरकिरी हो रही थी कि बालोतरा, पाटोदी, शेरगढ़, सिणधरी सहित राजस्थान के कई हिस्सों में लगातार बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है. जिसके बाद सरकार ने यह फैसला किया था कि इन इलाकों में आरएसी बल की तैनाती के साथ ही एलओ धारक को नियुक्त जाएगा.
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जिसके बाद से ही लगातार अवैध खनन माफियाओं में खलबली मच गई है. जिसके चलते लगातार डंपर चालक उनकी शिकायत पुलिस प्रशासन से कर रहे हैं, लेकिन अब यह मामला और ज्यादा टकराव पैदा कर रहा है. इस मामले में अब पचपदरा से कांग्रेस के विधायक मदन प्रजापत की एंट्री हो गई है अब देखने वाली बात होगी कि इस मसले को सरकार कैसे सुलझाती जाती है.