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स्पेशलः बाड़मेर में रद्दी कागज से स्टैच्यू बनाने वाले श्याम लाल सोनी से मिलिए...

कोरोना महामारी ने मानव जीवन को हर तरीके प्रभावित किया है. ये महामारी बहुत से लोगों के लिए आफत ले के आई है तो इनमें से कुछ लोगों ने इसे अवसर के रूप में भी लिया है. इन्हीं में से एक हैं बाड़मेर जिले के रहने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक श्याम लाल सोनी. इन्होंने लॉकडाउन के दौरान समय का सदुपयोग करते हुए रद्दी कागजों से देश की महान विभूतियों का मॉडल तैयार किया है, जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है.

रद्दी कागज से स्टैच्यू बनाने वाले श्याम लाल सोनी, made statues out of scrap paper
रद्दी कागज से स्टैच्यू बनाने वाले श्याम लाल सोनी

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Published : Jun 2, 2021, 6:57 PM IST

बाड़मेर. जिले की राय कॉलोनी में रहने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक श्याम लाल सोनी बताते हैं कि कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन में दिनचर्या का काम करने के बाद काफी समय बच जाता है. ऐसे में इस समय का सदुपयोग करते हुए मन में एक विचार आया जिसके जरिए रद्दी कागज, गत्ते से देश के पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के स्टैचू तैयार किए.

रद्दी कागज से स्टैच्यू बनाने वाले श्याम लाल सोनी

उन्होंने बताया कि मैं पहले भी कठपुतली बनाता था, लेकिन इस बार मन में एक विचार आया कुछ अलग करने का तो देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, एपीजे अब्दुल कलाम और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, अटल बिहारी वाजपेयी के मॉडल इन रद्दी कागजों से बनाए. इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का मॉडल भी बनाने में लगा हूं. उन्होंने बताया कि इस काम में उनकी नन्हीं पोतियां उनका हाथ बटाती हैं.

पोतियां भी बनाती हैं मिट्टी के खिलौने

रद्दी कागज से खिलौने बनाती श्याम लाल सोनी की पोतियां

श्याम लाल सोनी की 14 साल की पोती संजू सोनी बताती हैं कि दादा रद्दी कागज के जरिए इन मॉडल को बनाते हैं तो हम दो बहनें उनकी मदद करते हैं, हमें अच्छा लगता है. इसके अलावा हम लोग मिट्टी के खिलौने भी बनाते हैं. इस तरह से हम लॉकडाउन में अपने समय का सदुपयोग कर रहे हैं.

श्याम लाल सोनी की मदद करती पोतियां

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ऐसे बनाते हैं मॉडल

स्टैच्यू तैयार करने में लगे श्याम लाल सोनी

श्याम लाल सोनी बताते हैं कि रद्दी कागज के छोटे-छोटे टुकड़े कर उन्हें पानी में एक-दो दिन भिगोते हैं और उसके बाद उन्हें कूटकर एक लेप तैयार करते हैं. उसके बाद रद्दी कागज की लेप से मॉडल को तैयार करते हैं. इसके बाद उसे एक-दो दिन धूप में सुखाया जाता है, उस पर कलर कर उसे आकर्षक बनाया जाता है. उन्होंने बताया कि एक मॉडल को बनाने में करीब 2 से 3 दिन लग जाते हैं.

'सीसीआरटी दिल्ली भेजेंगे के मॉडल'

श्याम लाल सोनी की मदद करती पोतियां

श्याम लाल सोनी बताते हैं कि रद्दी के कागज से जुगाड़ करके तैयार किए गए देश के पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के इन मॉडलों को बाड़मेर सूचना केंद्र में प्रदर्शनी लगाकर प्रदर्शित करने के साथ ही इन मॉडल को बाल विज्ञान दिल्ली और सांस्कृतिक स्रोत और प्रशिक्षण केंद्र दिल्ली भेजूंगा.

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