बालोतरा (बाड़मेर). इस समय सबसे बुरा हाल उन लोगों का है जिन्हें गंभीर बिमारियां है. इन्हीं में से एक जिले के देवीलाल है जो कैंसर से पीड़ित है. पीड़ित का पूरा परिवार सूरत में रहता है. चूंकि कोरोना वायरस की वजह से प्रधानमंत्री के आह्वान पर पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन की वजह से देवीलाल का परिवार सूरत में फंसा हुआ है.
बता दें, कि पिछले 20 दिनों से लगातार हालत खराब हो रहे है, लेकिन सरकार और प्रशासन बेटे को आने की अनुमति नहीं दे रहा है. लिहाजा बीमार बुजुर्ग ने अब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से बेटे और पोते से मिलने की गुहार लगाई है. उनकी अंतिम इच्छा है कि मेरे बेटे और पोतों को सरकार आने की परमिशन दे, ताकि मेरा इलाज भी सही तरीके से हो सके. बुजुर्ग देवीलाल की रो-रोकर इतनी बुरी हालत हो गई है, कि उनकी तबीयत दिन-ब-दिन खराब हो रही है.
दरअसल, देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अन्य प्रदेशों के कई लोग फंसे हुए हैं. जिन्हें बीते कई दिनों से प्रशासन द्वारा बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रोका गया है. प्रशासन की ओर से इन लोगों के लिए हर संभव सुविधाएं भी मुहैया करवाई जा रही हैं. पिता के सब्र की सीमाएं टूटती नजर आ रही है. पीड़ित पिता की आंखे हर समय अपने बेटे को अपने नजदीक पाने को तरस रही है. चारपाई पर लेटे देवीलाल ने रोते हुए प्रशासन के जरिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री अपनी आखिरी इच्छा जाहिर की है, कि उनके बेटे, बहु और पौते जो व्यपार के लिए सूरत गए हुए थे, लॉकडाउन में फंसे हुए है.उन्हें वापस बालोतरा पहुंचा दिया जाए.