बाड़मेर. प्रदेश में बीते कुछ महीने पहले शराब ठेकों का आवंटन हुआ है. लेकिन कई स्थानों पर ठेकों के विरोध में प्रदर्शन भी देखने को मिल रहे है. विरोध से बचने के लिए शराब ठेकेदार रातों-रात शराब ठेका खोल देते हैं. वहीं स्थानीय लोगों को सुबह पता चलता है कि उनके पड़ोस में शराब का ठेका खुला है.
शराब ठेका बंद करवाने को लेकर प्रदर्शन करती हुईं महिलाएं और पुरुष ऐसा ही एक वाक्या समदड़ी कस्बे में हुआ. जब लोग सुबह घरों से बाहर निकले तो देखा की उनके पड़ोस में एक शराब का ठेका खुला है. इसे देखकर लोग भड़क उठे और एकत्रित होकर थाने पहुंच गए.
समदड़ी कस्बे में जूनावास के लोगों ने गुरुवार को तहसीलदार और पुलिस थाने में ज्ञापन दिया. साथ ही वार्ड में संचालित हो रहे शराब ठेके को हटाने की मांग की. वार्डवासियों ने बताया कि बुधवार रात को कुछ लोगों द्वारा शराब ठेका खोला गया. शराब ठेका खुलने से पास में बने मंदिर और आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. वहां दिनभर शराबियों की जमघट लगी रहेगी, जिससे महिलाओं और बालिकाओं को भी घर से आने-जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.
वहीं लोगों ने स्थानीय प्रशासन और आबकारी विभाग को मिलकर शराब ठेके को दो दिन के अंदर बंद कर करवाने की मांग किए. साथ ही अगर दो दिन के अंदर ठेका नहीं बंद होता है तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. वहीं इस पूरे मामले में जब पुलिस में लोग पहुंचे तो पुलिस का कहना था कि यह मामला अबकारी विभाग का है.वे इस मामले को आबकारी विभाग को पहुंचा देंगे.