बाड़मेर.जिले के 2000 से ज्यादा गांव कोरोना चपेट में आ गए हैं. प्रशासन की ओर से कई गांवों में जीरो मोबिलिटी लागू की गई है लेकिन इसके बाद सबसे बड़ी समस्या यह आ रही है कि इन इलाकों में पीने के पानी को लेकर जंग शुरू हो गई है. क्योंकि जीरो मोबिलिटी इलाकों में पानी के टैंकर की सप्लाई नहीं हो रही है. ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना से तो हम नहीं मरेंगे लेकिन अगर पानी नहीं मिला तो जरूर मर जाएंगे.
राजस्थान के बाड़मेर जिले की विशाला आगोर ग्राम पंचायत में 5 बड़े गांव आते हैं. जिसकी आबादी 2000 से ज्यादा है. इन गांवों में कोरोना इस कदर कहर बरपाया कि 4 लोगों की मौत हो गई. वहीं 25 से ज्यादा एक्टिव केस हैं. जिसके बाद उपखंड अधिकारी बाड़मेर में इस पूरी पंचायत में जीरो मोबिलिटी लागू कर दी. इसके बाद गांव वालों की नई आफत शुरू हो गई गांव में कोई पानी की टैंकर की सप्लाई नहीं हो रही है.
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सरपंच दलपत सिंह के अनुसार गांव में पानी की सप्लाई राज वेस्ट की एयर वॉल ओर सोनड़ी तालाब से हुआ करती थी लेकिन तालाब पूरा सूख गया है. राज वेस्ट ने पानी की सप्लाई देना बंद कर दिया है. ऐसे में अब इंसानों के साथ-साथ मवेशियों की हालत बुरी है. इसके बारे में हमने कई बार प्रशासन के अधिकारियों को जानकारी दी लेकिन कोई भी व्यवस्था नहीं हुई. प्रशासन की ओर से 1-2 पानी के टैंकर भेजे जाते हैं, जो कि पर्याप्त मात्रा में नहीं है.
पानी की व्यवस्था करने की मांग