राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

वैश्विक मंदी का असर भारत पर भी, लेकिन लघु और मध्यम उद्योगों के कारण अर्थव्यवस्था पटरी पर : केन्द्रीय मंत्री शेखावत - अर्थव्यवस्था

केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत शनिवार को बाड़मेर जिले के बालोतरा में रहे. जहां उन्होंने अखिल भारतीय संगठन लघु उद्योग भारती के सम्मेलन और शपथ ग्रहण समारोह में लघु उद्योगों की समस्याओं पर चर्चा की.

गजेन्द्र सिंह शेखावत, gajendra singh Shekhawat

By

Published : Oct 12, 2019, 6:35 PM IST

बालोतरा.केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने शनिवार को लघु उद्योगों की सेवा में समर्पित अखिल भारतीय संगठन लघु उद्योग भारती बालोतरा के उधमी सम्मेलन व शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की.

मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि लघु एवं मध्यम उद्योग को राहत देने के उद्देश्य से लघु उद्योग भारती संगठन कार्य कर रहा है. कई बार संघर्षों का सामना भी करना पड़ा लेकिन फिर भी उद्योग जगत के हितों की रक्षा के लिए उधमियों के साथ शक्ति के रूप में संगठन खड़ा है. बालोतरा के उद्योग-धंधों को लम्बे समय से बड़ी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं.

उद्योग-धंधों को लम्बे समय से बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है : गजेन्द्र सिंह शेखावत

उन्होंने कहा एनजीटी के आदेशों की पूर्ण पालना नही होने के साथ ग्राउंड वाटर की जो समस्या आपके सामने है उसे जोधपुर की तरह एक केम्प का आयोजन करते हुए यथासंभव दूर किया जाएगा. साथ ही न्यायालय की अनुपालना में मार्ग निकालते हुए उसके स्थायी समाधान का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है.

पढ़ेंःजयपुर में महिला ने एक साथ पांच बच्चों को दिया जन्म, एक की मौत

नए भारत के निर्माण की संकलप्ना जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है, उसे साकार करना है. इसके लिए सभी को कदम मिलाकर खड़े होने व कार्य करने की जरूरत है. उद्योगों के लिए सीईटीपी (कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) लगाने की जो चुनोतियां हैं उसे तकनीकी माध्यम से दूर करना पड़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने किसानों पर कहा कि उनकी चिंता आज बहुत जरुरी है. पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है. उसमें सुधार करने की महती आवश्यकता है.

पढ़ेंःभंवरलाल शर्मा मेरे मार्गदर्शक हैं और उन्होंने हर मौके पर मुझे चेताया भी है: जगदीप धनखड़

उन्होंने कहा लघु उद्योगों के प्रति सरकारों का जिस तरह का रवैया होना चाहिए वैसा नहीं है. लेकिन आज भी अगर भारत की अर्थव्यवस्थ विश्व की सभी अर्थव्यवस्थाओं के सामने खड़ी है तो इसका श्रेय लघु और मध्यम उद्योगों को जाता है. मंत्री शेखावत ने कहा कि वैश्विक मंदी का असर कुछ एक देशों को छोड़कर सभी पर है. भारत पर भी इसका असर है. विश्व में भारत ही एक ऐसा देश है, जो वैश्विक मंदी के बीच सबसे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details