बाड़मेर.करौली जिले के हिंडौन सिटी में दो दिन पहले होमगार्ड जवान नेमाराम की ट्रक पलटने से मौत हो गई थी. बुधवार को नेमाराम का पार्थिक शरीर पैतृक गांव गिराब पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया. नेमाराम को नम आखों से विदाई दी गई (Jawan Nemaram given farewell with moist eyes). पूरा गांव अंतिम दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ा. बॉर्डर होमगार्ड ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी.
होमगार्ड जवान की अंतिम यात्रा के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए और श्रद्धांजलि अर्पित की. उसके बाद नेमाराम के पार्थिव शरीर को गिराब के श्मशान घाट ले जाया गया. जहां पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. पार्थिक देह को नेमाराम के बड़े भाई ने मुखाग्नि दी. स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार नेमाराम मिलनसार व्यक्ति थे. जब से गांव में उनके निधन की खबर मिली है. उसके बाद से ही पूरे गांव में शोक की लहर है. नेमाराम 5 साल पहले होमगार्ड के पद पर में लगे थे. परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहद कमजोर है, ऐसे में सरकार को परिवार के एक सदस्य को नौकरी और आर्थिक मुआवजे की भी मांग की गई है.