बाड़मेर (बालोतरा). जहां एक ओर पूरे देश में होली की धूम देखने को मिल रही है. वहीं बालोतरा उपखण्ड क्षेत्र की महिलाओं में भी इसका क्रेज कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है. इसके चलते शहर के सारे बाजार रंग-बिरंगे गुलालों से अटे हुए हैं. इन रंगों की सुगन्ध शहरवासियों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. वहीं कोरोना वायरस का डर भी इस पर्व पर नगण्य साबित हो रहा है. इस बार क्षेत्र के लोग चाइनीज गुलाल की जगह फूलों से होली खेलते नजर आएंगे.
बालोतरा में चाइनीज गुलाल की जगह फूलों से होली खेली जाएगी बता दें कि इस बार शहरवासियों में हर्बल और आरारोट के गुलाल का खास क्रेज देखने को मिल रहा है. वही इस बार महिलाओं ने होली दहन को लेकर खास तैयारी भी की है. कोरेना वायरस को देखते हुए लोंग, धूप, कपूर सहित कई हवन सामग्री के प्रयोग को लेकर सन्देश दिया जा रहा है.
वहीं इस बार लोग पतंजलि गुलाल और फूलो की होली ज्यादा खेलना पसंद कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस के इस माहौल में पानी से होली खेलना खतरे से खाली नहीं है, क्योंकि लोग होली के माहौल के आगे स्वास्थ्य को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं. जिस पर सीधा सा तर्क है कि शहरवासी अपने और अपनों के स्वास्थ्य के साथ किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करना चाहते हैं.
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वहीं, बाजारों में कई तरह के गुलाल, पिचकारी और विभिन्न तरह के मास्क की वैरायटी देखी जा रही है. रंग गुलाल के बाजार में कोरोना प्रकोप के चलते पिछले साल की तुलना में रौनक जरूर कम हुई है, लेकिन अरारोट और हर्बल कलर लेने के लिए लोगों को क्रेज कम नहीं हुआ है.