बाड़मेर. कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार के 3 साल पूरे होने के मौके पर एक सवाल के जवाब में कहा कि यूरिया व डीएपी को लेकर किसान परेशान (Shortage of Urea and DAP) हैं. इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है. उनके मिसमैनेजमेंट के चलते किसानों को कतारों में लगना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो बार खत भी लिख लिया, लेकिन सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है.
चौधरी ने कहा कि इस समय किसानों को यूरिया की सबसे ज्यादा जरूरत है, लेकिन यह सब्जेक्ट केंद्र की मोदी सरकार का है. उनकी लापरवाही की सजा हमारे किसान भुगत रहे हैं. बाड़मेर में आयल फील्ड से जुड़ी कंपनियों में रोजगार को लेकर चौधरी ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि स्थानीय लोगों को रोजगार के मामले में अगर कंपनी ने अपने वादा नहीं निभाया तो उनके खिलाफ फिर से कड़ा रुख अपनाया जाएगा.
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साथ ही चौधरी ने कहा कि बाड़मेर जिला ऑयल फील्ड से सरकार को करोड़ों रुपए का रेवेन्यू मिल रहा है. हमारी यह मांग है कि उस रेवेन्यू का एक हिस्सा बाड़मेर के विकास पर खर्च होना चाहिए. इस बारे में, मैं आगे भी अपनी बात रखूंगा.
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सुखराम बिश्नोई ने कही ये बड़ी बात...
वहीं, प्रभारी मंत्री सुखराम बिश्नोई ने दावा किया कि बाड़मेर में 3 सालों में 2000 करोड़ रुपए की योजनाओं स्वीकृत हुई है. बिजली, पानी, चिकित्सा के क्षेत्र में अब तक का ऐतिहासिक काम इन 3 सालों में हुआ है. खास तौर से चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर कार्य हुआ है. मेडिकल कॉलेज (Medical College in Barmer) के खुलने के बाद लगातार बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. आसपास के जिलों के लोग भी इलाज करवाने के लिए बाड़मेर आते हैं. यह दर्शाता है कि सरकार चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर काम कर रही है.