बाड़मेर. राजस्थान के अंदर कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है. मंत्री कैलाश चौधरी ने ईटीवी भारत से कहा कि बाड़मेर जिले में दो- दो सांसद हैं, फिर भी सुनियोजित रूप से पुलिस की मौजूदगी में यहां के मंत्री ने हमला करवाया, जो सरकार के रवैये को दर्शाता है.
हमले के बाद कैलाश चौधरी से खास बात कैलाश चौधरी ने कहा कि मंत्री ने योजना बनाकर अपने प्रधानों के साथ मिलकर दिन भर बैठक करते हुए उन पर हमले की योजना को अंजाम दिया. बायतु में आयोजित होने वाली भजन संध्या में जब वे जा रहे थे तभी रात को 11 बजे हमला करवाया गया.
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कैलाश चौधरी के अनुसार देश में आपातकाल के समय जो हालात बने थे, वो हालात वर्तमान कांग्रेस के शासन में नजर आ रहें हैं. आम आदमी क्या सुरक्षित महसूस करेगा जब राज्य का मंत्री खुद इस प्रकार के हमले करवा रहा है.
ईटीवी भारत से बातचीत में मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि मंत्री हरीश चौधरी ने स्वयं ही मान लिया कि उनके कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज हुआ है. जिसका साफ अर्थ है कि उनके समर्थकों ने ही उनके कहने से हमला किया. तब पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा. ये मंत्री के व्यवहार को बताता है कि मंत्री राज्य में किस प्रकार के काम करने में लगे हुए हैं. कांग्रेस सरकार सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग कर रही है.
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मामला ये है कि मंगलवार रात्रि को बायतु में एक शाम वीर तेजाजी के नाम एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी व रालोपा संयोजक हनुमान बेनीवाल की गाड़ी पर हरीश चौधरी समर्थकों ने हमला कर दिया था. जहां पुलिस की मौजूदगी में कांग्रेस समर्थकों ने काफिले पर हमला कर दिया.
इस हमले में दोनों बाल-बाल बचे. बताया जा रहा कि केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और नागौर सासंद हनुमान बेनीवाल एक ही गाड़ी में सवार थे. गाड़ी पर हुए हमले से गाड़ी के शीशे टूटे गए थे. वहीं कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि हरीश चौधरी ने पूरी प्लानिंग के साथ पत्थर व गोली से हमला करवाया है. चौधरी के कहा कि उनकी गाड़ी पर दो फायर हुए हैं. वहीं गनीमत रही कि उनकी जान नहीं गई.