बालोतरा (बाड़मेर). शहर में प्रदूषण की समस्या उधोगों पर संकट के बादल लाती हुई नजर आ रही है. ऐसे में मंगलवार को शहर पहुंचे वन और पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई से ईटीवी भारत ने बातचीत की तो उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए और उद्यमियों को राहत देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं जल्द ही उसमे सुधार किया जाएगा और सरकार भी इसके लिए प्रयासरत है.
प्रदूषण संकट पर बोले पर्यावरण मंत्री एनजीटी के द्वारा मिलने वाले आदेशों पर सरकार सीईटीपी ट्रस्ट और उधमियों को पालना के लिए प्रदूषण बोर्ड अधिकारियों को निर्देशित कर कम प्रदूषण फैलाने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा कि एनजीटी द्वारा बार-बार स्थानीय इकाइयों और पाली क्षेत्र की इकाइयों पर गाज गिरी है. वहीं पाली में फिर भी स्थिति अभी सामान्य है, लेकिन बालोतरा में प्रदूषण पर पूर्णता से लगाम नहीं लगी है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उद्यमियों को राहत देने के लिए नई -नई तकनीकी और नए उपकरणों के माध्यम से प्रदूषित पानी को ट्रीट करने के लिए निर्देशित भी किया जा रहा है. अवैध इकाइयों और प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर कार्रवाई के लिए अधिकारियों को एनजीटी द्वारा निर्देशित किया गया है, लेकिन किसी भी अधिकारी ने लापरवाही बरती तो उनके खिलाफ विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी.
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बता दें कि बालोतरा, जसोल, बिठूजा में लंबे समय से प्रदूषण की समस्या उद्योगों के लिए संकट का बादल बनी हुई है. एनजीटी द्वारा कई बार फटकार लगाई जा चुकी है. वहीं यहां की इकाइयों को एनजीटी के आदेश के बाद 6 माह के लिए बंद भी करवाया गया था. फिर उन इकाइयों को सशर्त शुरू करवाने के लिए एनजीटी ने आदेश दिया था. फिर भी सीईटीपी ट्रस्ट और ऊधमी हालातों को सुधारने में फेल होते नजर आ रहे है. वहीं एनजीटी में प्रदूषण को लेकर 17 जनवरी को सुनवाई भी होनी है.