गुड़ामालानी (बाड़मेर). जिले के गुड़ामालानी क्षेत्र में टिड्डी दल के पहुंचने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. ऐसे में टिड्डी दल से हुए नुकसान से त्रस्त एक किसान भीमगढ़ पीपराली निवासी निम्बाराम पुत्र दामाराम की सदमा लगने से मौत हो गई. सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर गुड़ामालानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा. वहीं, ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने का मांग की.
टिड्डी के सदमे से किसान की मौत बताया जा रहा है कि निंबाराम पुत्र दामाराम निवासी भीमगढ़ ने अपनी 35 बीघा जमीन पर फसल बोई हुई थी, जो पूरी तरह से चौपट हो गई. मृतक किसान के भाई शिवनारायण सियाग ने बताया कि गुड़ामालानी बैंक से 3 लाख 70 हजार रुपए का ऋण लेकर खेती की थी. उन्होंने बताया कि पूरी फसल टिड्डी के चट कर जाने के कारण सदमे से उनकी मृत्यु हो गई.
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वहीं, किसान अपनी फसल पर टिड्डी दल हमला होने के दौरान निजी स्तर पर बर्तन बजाकर टिड्डी को भगाने का जतन कर रहा है. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जिसमें किसान निंबाराम अपने स्तर पर टिड्डी को भगाता हुआ नजर आ रहा है.
बता दें कि बीते कुछ दिनों से गुड़ामालानीके किसानों के लिए टिड्डी का कहर मुसीबत बन गई है. साल भर की कमाई को टिड्डी ने चंद मिनटों में चट कर दिया. गुड़ामालानी के पीपराली, सगराणीयों की बेरी, सियोलो का डेर, भीम गढ़, पूजा बेरी चक, गुड़ा गांव के किसानों को टिड्डी के कारण भारी नुकसान हुआ है. खेतों में खड़ी जीरे की फसल को टिड्डी ने मिनटों में चट कर दिए. टिड्डी दल ने जीरे के साथ ईसबगोल, गेहूं, सरसों और अरंडी की फसल को भी नुकसान पहुंचाया है. सूचना पर गुड़ामालानी उपखंड अधिकारी सुनील कटेवा, तहसीलदार जोधसिंह ने प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और टिड्डी नियंत्रण दल को छिड़काव के आदेश दिए.
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किसानों का कहना है कि सरकार अगर समय पर चेत जाती तो यह नुकसान नहीं होता और टिड्डी पर नियंत्रण हो जाता. उनका कहना है कि इससे किसानों के लाखों रुपए की फसल बच जाती और सदमे से किसान की मौत भी नहीं होती. किसान की मौत के बाद अब किसान सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजे देने की मांग कर रहे हैं ताकि उनके नुकसान की भरपाई हो सके.