बाड़मेर. शहर के शिव नगर इलाके में टाउनशिप की जमीन पर बने मकान को अतिक्रमण मानते हुए नगर परिषद की टीम ने गत रविवार को दो मकानों को जमींदोज कर दिया था. इस पूरे मामले को लेकर पीड़ित पक्ष का कहना है कि उनके पास नगर परिषद द्वारा जारी किए गए पट्टे हैं. इसके बावजूद नगर परिषद की टीम ने बिना कोई नोटिस दिए उनके मकानों को ध्वस्त कर दिया. इस पूरे मामले को लेकर पीड़ित पक्ष ने अब उसी स्थान पर बुधवार से भूख हड़ताल शुरू कर दी है.
पीड़ित पक्ष ने की मुआवजे की मांग पीड़ित पक्ष के लोगों का कहना है कि हम पिछले कई वर्षों से यहां पर रह रहे हैं. नगर परिषद ने भूखंड आवंटन के लिए हमें पट्टे भी दे रखे हैं, लेकिन हमें कहीं पर कोई कब्जा नहीं दिया गया. ऐसे में स्थानीय नेताओं ने हमें खाली सरकारी भूखंड पर मकान बनाकर रहने को कहा, तब से हम यही पर रह रहे हैं. इतने वर्षों के बाद रविवार को अचानक ही नगर परिषद की टीम ने हमारे मकानों पर जेसीबी चलाकर हमें बेघर कर दिया है.
पेड़ की छाया के नीचे बैठी बुजुर्ग महिला उन्होंने कहा कि हम 4 दिनों से खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं. अब ऐसे में हमारी कोई सुनने वाला नहीं है. हमारी मांग है कि जब तक हमें भूमि पर कब्जा और नगर परिषद द्वारा की गई इस कार्रवाई में हमारे नुकसान का मुआवजा नहीं मिलता, तब तक हमारी भूख हड़ताल जारी रहेगी. साथ ही कहा कि हमें कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी. अब देखने वाली बात होगी कि इस पूरे मामले को लेकर प्रशासन क्या कदम उठाएगा. फिलहाल, इस परिवार ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है.
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गौरतलब है कि बाड़मेर में नगर परिषद की टीम ने पिछले रविवार को सरकारी जमीन पर अवैध रूप से घर बनाकर किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्रवाई की थी. हालांकि इस दौरान नगर परिषद की टीम को लोगों का विरोध झेलना पड़ा था, लेकिन पुलिस की मौजूदगी में नगर परिषद की टीम ने टाउनशिप की भूमि पर बने दो मकानों को जमींदोज किया था. जिसके बाद वहां रहने वाले लोगों को खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.