बाड़मेर. व्यवसायी गणेश मेघवाल की आत्महत्या के मामले को लेकर परिजन सोमवार सुबह से मोर्चरी के बाहर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. वही आज दूसरे दिन प्रतिनिधिमंडल और जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के बीच वार्तालाप हुई करीब 4 घंटे चली इस वार्तालाप मे कोई निर्णय नहीं हो पाया. जिसके चलते दूसरे दिन भी मोर्चरी के आगे धरना प्रदर्शन जारी रहा और आज भी शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया.
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दूसरे दिन बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल जैसलमेर विधायक रूपाराम मेघवाल जिला कलेक्टर विश्राम मीणा पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा और प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ताओं का दौर चला. लेकिन 4 घंटे चली इस वार्तालाप में कोई निर्णय नहीं हो पाया. वही बाड़मेर मोर्चरी के आगे बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट रही है. ऐसे में पुलिस प्रशासन की ओर से बड़ी संख्या में जाब्ता तैनात किया गया है.
बाड़मेर में व्यवसायी की आत्महत्या उदाराम मेघवाल ने बताया कि गणेश कुमार पिछले 1साल से पुलिस की कार्यप्रणाली और उसके ऊपर हुए हमले से आहत था. जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली और एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है. उन्होंने कहा कि आज हमारे और प्रशासन के बीच वार्तालाप हुई. लेकिन इस वार्तालाप में कोई हल नहीं निकल पाया. उन्होंने बताया कि हमारी पहली मांग है कि भूखंड वापस गणेश कुमार के परिजनों को सौंपा जाए, सुसाइड में लिखें आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए इसके साथ ही आर्थिक मुआवजा और मुकदमा नंबर 80/2020 की अनुसंधान करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने बताया कि आज प्रतिनिधिमंडल से हुई वार्तालाप में कोई निर्णय नहीं हो पाया. लेकिन हम इस पूरे मामले को लेकर प्रयास कर रहे हैं और परिजनों से समझाइश कर रहे हैं. जल्द ही हल निकाले जाएगा. धरने के दूसरे दिन बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल और जैसलमेर विधायक रुपाराम मेघवाल ने धरना स्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया.
गौरतलब है कि बाड़मेर शहर के चौहटन रोड निवासी गणेश कुमार पुत्र तोगाराम ने रविवार की रात को फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. करीब 1 साल पूर्व शहर के बीएससी चौराहे पर भूखंड विवाद के चलते गणेश और उसका भाई पर जानलेवा हमला भी हुआ था. इस मामले में गणेश के सिर पर चोटें भी आई थी और इस मामले में न्याय नहीं मिलने के चलते गणेश ने सुसाइड नोट लिख कर आत्महत्या कर ली. वहीं सुसाइड नोट में कुछ नामजद लोगों पर तंग परेशान करने का आरोप लगाया है. फिलहाल 2 दिनों से मृतक का शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है. ऐसे में आज दिन भर हुई वार्तालाप में कोई निर्णय नहीं हो पाया ऐसे में अब कल फिर से वार्तालाप का दौर शुरू होगा.