सिणधरी (बाड़मेर). सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल ने सोमवार को खारा महेचान, दाखा, इंद्राणा का औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान खारा महेचान पीएचसी पर गंभीर लापरवाही नजर आई. चिकित्सक की उपस्थिति में ही प्राइवेट आदमी द्वारा अस्पताल की बिल्डिंग के अंदर दवाई की दुकान चलाई जा रही थी. दुकान में ड्रिप लगाने के लिए एक चारपाई लगी थी. विधायक भायल ने इसकी सूचना बीसीएमओ सिणधरी को दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.
झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई इस संबंध में सीएमएचओ बाड़मेर व उच्चाधिकारियों से बात की गई. इसके बाद जिला कलेक्टर के आदेश पर डिप्टी सीएमएचओ डॉ. पीसी दीपन ने कार्रवाई को अंजाम दिया. डिप्टी सीएमएचओ डॉ. दीपन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खारा महेचान भवन में को-ऑपरेटिव दवाइयों की दुकान की आड़ में एक झोलाछाप डॉक्टर इलाज करते हुए पकड़ा गया. विधायक सिवाना हमीर सिंह भायल के निरीक्षण के दौरान कोरोना काल में इस अव्यवस्था को देखकर उन्होंने जिला कलेक्टर से कार्रवाई की मांग की.
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इसके बाद जिला कलेक्टर ने डिप्टी सीएमएचओ पीसी दीपन को जांच अधिकारी नियुक्त किया. डॉ. दीपन ने सोमवार को मौके पर पहुंच कर कार्रवाई की. डॉ. दीपन ने बताया कि अस्पताल भवन में को-ऑपरेटिव दुकान के अंदर निजी नीम हकीम का क्लीनिक चला रहा था. दिनेश नामक युवक मरीजों को ड्रिप लगा रहा था एवं बीपी इंस्ट्रूमेंट एवं स्टेथेस्कोप लिए डॉक्टर का काम कर रहा था. मेडिकल स्टोर में कई टूटे हुए इंजेक्शन एवं खाली ड्रिप मिले. कार्रवाई के दौरान मेडिकल की दुकान पर फार्मासिस्ट अनुपस्थित पाया गया और जांच अधिकारी को देखकर मौके से युवक भाग निकला.
डॉ. पीसी दीपन ने बताया कि जांच के दौरान पायला कला प्रधान ने कई बार धमकी दी. उन्होंने कई जनप्रतिनिधियों से भी फोन करवाया. प्रधान ने उन्हें ट्रांसफर करवाने सहित कई तरह की धमकियां देने के आरोप भी लगाए. इस दौरान डॉ. दीपन ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होते मैं नहीं देख सकता. जिला कलेक्टर के आदेश पर यहां पर जांच की गई और इस तरह की अव्यवस्था और गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं. ऐसे में नियमानुसार कार्रवाई तो होगी. इसके बाद पीएचसी में संचालित मेडिकल दुकान को सीज किया गया.