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SPECIAL : भारतीय सेना ने करीम के मामले में दिखाई इंसानियत...क्या गेमरा राम के लिए पाकिस्तान दिखाएगा बड़ा दिल !

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Published : Apr 4, 2021, 7:57 PM IST

बाड़मेर जिले के सज्जन का पार निवासी गेमरा राम 6 महीने पहले भटक कर पाकिस्तान चला गया था. उसके बाद गेमरा राम का कुछ अता-पता नहीं है. गेमरा राम के माता-पिता बूढ़े और गरीब हैं. गेमरा के पिता कई बार सरकार और प्रशासन से मिन्नतें कर चुके हैं.

बाड़मेर. सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने दो दिन पहले पाकिस्तान से भारत में घुसे मासूम करीम को 2 घंटों में ही उसके वतन को सौंप दिया. बीएसएफ ने इस गरीब बच्चे पर दया करते हुए पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की और उन्हें करीम को सुपुर्द कर दिया. क्या गेमरा राम के मामले में पाकिस्तान से ऐसी उम्मीद की जा सकती है. रिपोर्ट देखिये.

बाड़मेर जिले के सज्जन का पार निवासी गेमरा राम 6 महीने पहले भटक कर पाकिस्तान चला गया था. उसके बाद गेमरा राम का कुछ अता-पता नहीं है. गेमरा राम के माता-पिता बूढ़े और गरीब हैं. गेमरा के पिता कई बार सरकार और प्रशासन से मिन्नतें कर चुके हैं. सरकार भी पाकिस्तान से अनुरोध कर चुकी है कि भटक कर उनकी सीमा में पहुंचे गेमरा राम को रिहा किया जाए. लेकिन पाकिस्तान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.

गलती से बॉर्डर पार चला गया था गेमरा राम

गेमरा राम की रिहाई को लेकर पाकिस्तान से भी ऐसी मिसाल पेश करने की मांग उठी है, जो मिसाल भारतीय सेना ने कायम की है. मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने ऑफिशियल ट्विटर और सोशल प्लेटफॉर्म पर शनिवार को पोस्ट करते हुए शायराना अंदाज में लिखा कि हमने तो निभाई इंसानियत तुम भी जरा दिल दिखाओ. आगे शेखावत लिखते हैं कि बाड़मेर से 6 माह पहले हमारा गेमरा राम भी बॉर्डर पार चला गया था, क्या पाकिस्तान सरकार बड़ा दिल दिखाएगी.

पढ़ें-दर्दनाक दास्तां: मोहब्बत में लांघी 'सीमा', पाक में बंदी और अब वतन वापसी की उम्मीद में परिवार...

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी से लेकर बीजेपी के कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर अब इस बात की मांग पाकिस्तान से की है कि हमने तो दरियादिली दिखा दी अब बारी पाकिस्तान की है. हिंदुस्तान के बेटे गेमरा राम को पाक रिहा करे ताकि उसके बूढ़े मां बाप जो पिछले 6 महीने से अपने बेटे का इंतजार कर रहे हैं उन्हें राहत मिले. हालत ये है कि बूढ़े मां-बाप की तबीयत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. बूढ़े मां बाप ने कलेक्टर से लेकर मंत्रियों तक अपनी बात पहुंचाई है.

गेमरा रााम के बुजुर्ग माता-पिता

दूसरी ओर इस मामले में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी से लेकर पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, हरीश चौधरी से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक इस मामले में भारत सरकार को पत्र लिख चुके हैं. भारत सरकार ने भी पाकिस्तान को गेमरा राम के रिहा करने के लिए बार-बार खत लिखे. लेकिन पाकिस्तान है कि इस मामले में कोई जवाब देना नहीं चाहता.

क्या उस पार से आएगी उम्मीद की कोई किरण

ये है मामला

गेमरा राम बाड़मेर में सरहदी इलाके सज्जन का पार गांव की कुम्हारों का टिब्बा बस्ती में रहता था. पिछले साल 4 नवंबर की रात को गेमरा कथित तौर पर अपनी महिला मित्र से मिलने उसके घर पहुंचा था. मित्र के परिजनों के डर से वह तारबंदी पार कर पाकिस्तान जा पहुंचा. जहां पाक रेंजर्स ने उसे पकड़ लिया. गेमरा राम को पाकिस्तान की अमरकोट जेल में रखा गया है. उसके माता-पिता लगातार सरकार से गेमरा की रिहाई की मांग कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय भी इस मामले में लगातार कोशिश कर रहा है.

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