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बाड़मेर: सरकारी जमीन पर बनाया अवैध आशियाना ध्वस्त, दो मकान जमींदोज

बाड़मेर में नगर परिषद की टीम ने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से घर बनाकर किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्रवाई की. हालांकि इस दौरान नगर परिषद की टीम को लोगों का विरोध झेलना पड़ा, लेकिन पुलिस की मौजूदगी में नगर परिषद की टीम ने टाउनशिप की भूमि पर बने दो मकानों को जमींदोज किया.

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सरकारी जमीन में अतिक्रमण पर चला पीला पंजा

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Published : Jun 14, 2020, 7:08 PM IST

बाड़मेर.शहर के शिव नगर इलाके में टाउनशिप की जमीन पर अतिक्रमण कर अवैध रूप से बनाए गए दो मकानों को राजस्व अधिकारी पवन प्रजापत की मौजूदगी में नगर परिषद की टीम ने ध्वस्त करने की कार्रवाई की है. इस दौरान नगर परिषद की टीम को लोगों का विरोध झेलना पड़ा, जिसके बाद नगर परिषद की टीम ने पुलिस बल को मौके पर बुलाकर मकानों को ध्वस्त किया.

सरकारी जमीन में अतिक्रमण पर चला पीला पंजा

मकानों में रह रहे लोगों का कहना है कि वर्ष 2011 से वह यहां पर रह रहे हैं. उनके पास नगर परिषद की एनओसी सहित आवश्यक दस्तावेज हैं, लेकिन उन्हें किसी प्रकार का कोई नोटिस नहीं दिया गया और इस तरह से मकान तोड़ कर उन्हें बेघर कर दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि शहर में और भी जगह हैं, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हैं, लेकिन यह सरकारी पीली पंजा सिर्फ गरीब लोगों के मकानों पर ही चल सकता है.

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इस पूरे मामले को लेकर राजस्व अधिकारी पवन प्रजापत ने बताया कि नगर परिषद को 2 दिन पहले ही शिकायत मिली थी कि शिव नगर इलाके के टाउनशिप भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है. जिसको लेकर नगर परिषद की टीम ने इन मकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई को अंजाम दिया है. इस पर लोगों ने विरोध किया तो पुलिस बल को मौके पर बुलाकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया.

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उन्होंने कहा कि उन लोगों के पास जो दस्तावेज हैं, वह इस भूमि के नहीं हैं. जिसके चलते ये कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि सरकारी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए किसी प्रकार के नोटिस देने का प्रावधान नहीं है. अगर कोई लंबे समय से वहां पर रह रहा हो तो ऐसी विशेष परिस्थितियों में ही उन्हें नोटिस दिया जाता है, लेकिन ये अतिक्रमण 1 दिन 2 दिन पहले ही किया गया है. जिसके चलते इसे हटाया गया. वहीं उन्होंने बताया कि अगर शहर में और भी कहीं सरकारी भूमि पर अतिक्रमण होने की शिकायत मिलती है तो उस पर भी इसी तरह से कार्रवाई की जाएगी.

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