बालोतरा (बाड़मेर). कोरोना महामारी से बचाव और लॉकडाउन के चलते सरहदी जिले बाड़मेर के जसोल धाम स्थित विख्यात माता रानी भटियाणी मंदिर के कपाट 22 मार्च से बंद है. कोई भी श्रद्धालु मंदिर में पहुंच कर दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. मंदिर संस्थान की ओर से मंदिर बंद रहने के दौरान भी पूर्व की भांति मंदिर में आरती सहित विविध प्रकार के पूजा कार्यक्रम का आयोजन बिना भक्तों के किए गए हैं. ऐसे में अब 10 माह के लंबे इंतजार के बाद भक्तों को नए साल 1 जनवरी से माता के दर्शनों का लाभ मिलेगा.
मन्दिर में आने वाले भक्तों को माता की मोहिनी मूर्त के दर्शन होंगे. संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल ने बताया कि सरकार के द्वारा कोरोना बचाव को लेकर जारी की गई गाइडलाइंस के बाद मन्दिर बन्द किए गए थे. अब मंदिर खोलने के जिला प्रशासन के आदेश के बाद मंदिर ट्रस्ट की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. उन्होंने बताया कि मन्दिर ट्रस्ट की ओर से सुरक्षा को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
मन्दिर ट्रस्ट अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल ने बताया कि भक्तों को माता के दर्शनों से पहले सुरक्षा मानकों को पूरा करना पड़ेगा. उसके बाद माता राणी भटियाणी के दर्शन होंगे. आने वाले सभी दर्शनार्थियों का बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित रहेगा. मन्दिर प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग, श्रद्धालुओं के लिए मन्दिर के बाहर साबुन से हाथ धोने और प्रवेश करने पर सैनिटाइजर किया जाएगा. वहीं, मन्दिर के अंदर लगी रेलिंग पर छः गज की दूरी पर रेडियम पट्टी से निशान बनाए गए हैं. इसमें खड़े होकर श्रद्धालु आपस में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर सके. मन्दिर ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा के तौर पर ऑडियो प्रसारण कर आने वालों को कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक किया जाएगा.