बालोतरा (बाड़मेर). दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से फैल रहा है. वहीं, अब तक कोरोना वायरस के लिए किसी भी प्रकार की दवा सामने नहीं आई है. फिलहाल इसका एकमात्र उपाय भीड़ से दूर रहना ही है. इसके चलते भारत में इसके बचाव के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है. इसके तहत लोग घरों में रहने कोरोना से बचने का उपाय कर रहे हैं.
नाहटा अस्पताल प्रभारी डॉ. बलराज सिंह पंवार से खास बातचीत ईटीवी भारत ने बाड़मेरके दूसरे बड़े अस्पताल (नाहटा अस्पताल) के प्रभारी डॉ. बलराज सिंह पंवार से कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर विशेष बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम कोरेना को लेकर सतर्क हैं. बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि यहां 20 लोगों के सैंपल लिए गए है, जिनमें 17 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है. बाकी 3 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है. जिले में अभी तक कोई भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है.
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डॉ. बलराज सिंह पंवार ने कहा कि डब्ल्यूएचओ की ओर से निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सामाजिक दूरी बनाकर हमें खुद को और अन्य लोगों को स्वस्थ रखने का संकल्प तो करना ही है, साथ ही अपनी मानसिक शांति का ध्यान रखना भी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते भविष्य की अनिश्चितता को लेकर गलत खबरें फैलने से लोगों में डर और तनाव की स्थिति उत्पन्न कर रही हैं.
डॉ. बलराज सिंह पंवार के मुताबिक मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. लोगों से मिलना, बात करना और सामाजिक समारोहों में जाना उसे मानसिक खुशी प्रदान करता है. ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सामाजिक दूरी बनाकर रखना काफी कठिन है. लेकिन, महामारी से बचने के लिए ऐसा करना होगा.