सिवाना (बाड़मेर).जिले के सिवाना क्षेत्र में पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव इस बार बड़े ही रोचक रहे, तो वहीं कांग्रेस की फूट भाजपा के लिए बड़ी भूमिका मानी जा रही है. जिसका सीधा फायदा बीजेपी और निर्दलीय प्रत्याशियों को मिला.
समदड़ी पंचायत समिति की 17 सीटों की बात करें तो 17 की 17 सीटें भाजपा के खाते में चली गई, जीत के आंकड़े कांग्रेस की आपसी फूट को उजागर कर रहे हैं. वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार पूर्व विधायक गोपाराम मेघवाल की पत्नी भी हार हुई.
वहीं कांग्रेस की हार की समीक्षा करें तो इस बार समदड़ी क्षेत्र में कांग्रेस में आपसी फूट भी मानी जा रही, जिससे कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की हार होना माना जा रहा है. कांग्रेस के नेताओं ने EVM मशीन में गड़बड़ी होना भी हार का कारण बताया है.
सिवाना पंचायत समिति की पंचायत समिति सदस्यों की 25 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजों में 13 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया तो वहीं 9 सीटों पर भाजपा विजय रही और 3 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मारी. सिवाना कस्बे में निर्दलीय प्रत्याशी पृथ्वीसिंह रामदेवरा और उनकी पत्नी विद्या कंवर विजय रहे जो लोगों के लिए चर्चा का विषय हैं.
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बता दें कि इस बार समदड़ी-सिवाना की सीटों पर कांग्रेस-भाजपा के नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधान ओमाराम मेगवाल जो कांग्रेस से मेली सीट पर चुनाव हारे और पूर्व विधायक और मंत्री गोपाराम मेघवाल की पत्नी जो समदड़ी क्षेत्र के सावरडा सीट से हारना कांग्रेस के लिए नुकसानदायक रहा.
समदड़ी क्षेत्र की सभी 17 सीटों पर बीजेपी का कब्जा जमाना सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल की सक्रिय राजनीति का सफल उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है. वहीं जीत को लेकर सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं और समदड़ी के मंडल अध्यक्ष और पूर्व विधायक कानसिंह कोटड़ी के साथ कार्यकर्ताओं को जीत का श्रेय दिया है.
डूंगरपुर में पंचायती राज चुनाव 2020 की मतगणना जारी
पंचायतीराज चुनाव 2020 की मतगणना जारी है. पहले चरण के तहत पंचायत समितियों के परिणाम जारी हो चुके है. पंचायती राज चुनावों में पहली बार मैदान में उतरी बीटीपी ने जबर्दस्त जीत हासिल की है. 10 पंचायत समितियों में से 4 में बीटीपी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया है. वहीं, भाजपा और कांग्रेस को केवल 1-1 पंचायत समितियों से ही संतुष्ट होना पड़ा है. 4 पंचायत समितियों में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, ऐसे में वहां पर निर्दलीय ही निर्णायक भूमिका में रहेंगे.
जिले में पंचायत चुनाव के तहत एसबीपी कॉलेज में जिला परिषद सीटो की मतगणना जारी है. वहीं, जिले की सभी 10 पंचायत समिति की सीटों के परिणाम घोषित हो चुके है. पंचायत समिति चुनाव परिणाम में बीटीपी का पलड़ा भारी रहा है. 10 में से 4 पंचायत समिति दोवड़ा, चिखली, झोथरी और गलियाकोट पंचायत समिति में बीटीपी को स्पष्ट बहुमत मिला है. सागवाड़ा पंचायत समिति में 29 सीटों में से बीटीपी को 13 तो भाजपा को 12 सीट मिली है तो वहीं कांग्रेस को चार सीट मिली है.
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इसी तरह साबला पंचायत समिति की 17 सीटों में से बीटीपी और भाजपा को 8-8 सीट और एक सीट कांग्रेस को मिली है. वहीं, बिछीवाड़ा पंचायत समिति में कांग्रेस और आसपुर पंचायत समिति में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिली है.
वहीं, डुंगरपुर पंचायत समिति की 21 सीटों में से कांग्रेस को 9, बीटीपी 7 और भाजपा को 5 सीट मिली है. सीमलवाड़ा पंचायत समिति की 19 सीटो में से 7 सीट भाजपा, 6 सीट कांग्रेस और 6 सीट बीटीपी को मिली है. ऐसे में 10 पंचायत समितियों में से 4 में स्पष्ट रूप से बीटीपी अपना प्रधान बनाएगी तो वहीं, आसपुर में भाजपा और बिछीवाड़ा में कांग्रेस स्पष्ट रूप से अपना प्रधान बनाएगी. इसके अलावा 4 पंचायत समितियों में बीटीपी, कांग्रेस और भाजपा को जोड़ तोड़ से अपने प्रधान बनाने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी.