बाड़मेर. भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे राजस्थान के सरहदी जिले में पाकिस्तान की एक और नापाक करतूत को सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया है. एक बार फिर खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी के आरोप में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है. संदिग्ध सीमावर्ती क्षेत्र में मजदूरी का काम करता है और लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर था.
ISI के लिए जासूसी करने वाले संदिग्ध को CID-CB ने पकड़ा आरोप है कि आरोपी सीमा पार बॉर्डर से जुड़ी गतिविधियों और सूचनाएं लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से भिजवा रहा था. बाड़मेर जिले के बिजराल थाने से खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों ने इस मजदूर को हिरासत में ले लिया है जिसके बाद उसे जयपुर ले जाया गया है. संदिग्ध के पास सोशल मीडिया अकाउंट पर भारतीय सुरक्षा से जुड़ी कई अहम सूचनाएं मिली हैं. संदिग्ध को लेकर अभी तक कोई अन्य जानकारी नहीं मिल पाई है.
पिछले साल भर से अचानक की बॉर्डर से जुड़े बाड़मेर जैसलमेर इलाके में लगातार आईएसआई के जासूस पकड़े जाने सहित खुफिया वह सुरक्षा एजेंसियों में जबरदस्त तरीके से हड़कंप मच गया. जासूसों के लिए सबसे बड़ा हथियार सोशल मीडिया बन रहा है जिसके माध्यम से भारतीय सेना से जुड़ी अहम जानकारियां दुश्मन सेनाओं को भिजवाई जा रही हैं. कुछ महीने पहले ही ऐसे जासूस को बॉर्डर क्षेत्र से खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था.
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सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी निशानदेही पर कई कार्रवाईयां भी की थी. उसके बाद से ही लगातार एजेंसियों की नजर बॉर्डर के इलाकों में संदिग्ध लोगों पर थी. अब एक बार फिर खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इस मजदूर ने सेना से जुड़ी कई गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को दी हैं. पकड़े गए जासूस अब जयपुर में ही संयुक्त पूछताछ की जाएगी.