बाड़मेर. ग्रामीण इलाकों में जबरदस्त तरीके से गर्म हवाओं के साथ ही लू के थपेड़े चल रहे हैं. जिसके चलते बाड़मेर जिला मुख्यालय के साथ ही ग्रामीण इलाकों का जनजीवन अस्त-व्यस्त नजर आ रहा है.
बाड़मेर की गर्मी ने छुड़ाए पसीने, लू के थपेड़ों से जनजीवन अस्त व्यस्त
राजस्थान में राजनीति का पारा भले ही ठंडा पड़ गया हो लेकिन गर्मी का कहर बदस्तूर जारी है. आलम यह है की राजस्थान के रेगिस्तान में तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पिछले तीन-चार दिन से तापमान 42, 43 डिग्री चल रहा है.
जिला मुख्यालय पर सबसे व्यस्ततम सड़कें दोपहर के 2 बजे के आसपास पूरी तरीके से सुनसान नजर आ रही है. इक्का-दुक्का वाहन सड़कों पर नजर आते हैं. जो लोग दोपहर के समय जरूरी काम के लिए घरों से निकल रहे हैं वो गर्मी से बचने के लिए मुंह पर कपड़ा लगाकर अपना बचाव करते नजर आ रहे हैं. लोगों का कहना है कि तीन-चार दिनों से जिस तरीके की गर्मी रेगिस्तान में पड़ रही है. उसको देखते हुए दोपहर के 1बजे से लेकर 5 बजे के बीच में घर से निकलना नहीं पसंद कर रहे हैं.
दूसरी ओर लोग गर्मी से बचने के लिए नींबू शिकंजी के साथ ही गन्ने का ज्यूस पीकर अपना बचाव कर रहे हैं. ठेला चालक सुनील का कहना है कि तीन-चार दिन से जबरदस्त तरीके से धंधा चल रहा है. सुबह 8 बजे से लेकर 12 बजे के बीच में लोग नींबू शिकंजी पीने आ रहे हैं. तो वहीं दोपहर के समय पूरा सुनसान होता है, लेकिन 5 बजे से लेकर 8 बजे तक फिर से लोग नींबू शिकंजी पीने के लिए आ रहे हैं. ग्रामीण इलाकों की बात करें तो ग्रामीण लोग जरूरी काम के लिए ही जिला मुख्यालय पर आ रहे हैं. अन्यथा पेड़ की छाया में बैठ कर गर्मी से बचने के लिए जतन कर रहे हैं.