राजस्थान

rajasthan

Maheshwari Samaj: तीसरी-चौथी संतान पर एफडी के निर्णय का महिलाओं ने किया स्वागत, महेश्वरी समाज की घटती आबादी पर चिंता जताई

By

Published : Mar 16, 2023, 8:10 PM IST

राजस्थान में महेश्वरी समाज द्वारा तीसरी और चौथी संतान के बारे में लिए गए निर्णय का समाज की महिलाओं ने स्वागत किया है. अपनी घटती हुई आबादी को लेकर महेश्वरी समाज ने तीसरी व चौथी संतान पर एफडी कराने का निर्णय लिया है.

barmer maheshwari samaj women
तीसरी-चौथी संतान पर एफडी के निर्णय का महिलाओं ने किया स्वागत

तीसरी-चौथी संतान पर एफडी के निर्णय का महिलाओं ने किया स्वागत

बाड़मेर. महेश्वरी समाज की घटती आबादी को देखते हुए हाल ही में राजस्थान में महेश्वरी समाज ने बड़ा एलान करते हुए तीसरी और चौथी संतान पर 50 हजार रुपए की एफडी कराने की घोषणा की है. महेश्वरी समाज के इस फैसले के बाद हर तरफ चर्चाएं हो रही है. ऐसे में माहेश्वरी समाज के इस निर्णय पर बाड़मेर महेश्वरी समाज की महिलाओं ने अपनी राय रखी है. देश में बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए जहां बच्चे दो ही अच्छे की बात हो रही है. इन सब के बीच राजस्थान में महेश्वरी समाज ने तीसरी-चौथी संतान पर एफडी कराने की बड़ी घोषणा की है. जिसके बाद से यह हर चर्चाओं का विषय बना हुआ है.

महेश्वरी समाज की घटती जनसंख्या चिंता का विषयःइन सबके बीच राजस्थान के बाड़मेर जिले की महेश्वरी समाज की महिलाओं ने अपनी बेबाकी से राय रखते हुए समाज के इस फैसले का स्वागत किया है. महेश्वरी महिला मंडल की संरक्षक सुधा डांगरा ने बताया कि हाल ही में अखिल भारतीय महेश्वरी समाज के अध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा ने निर्णय लिया है कि तीसरी और चौथी संतान होने पर 50 हजार रुपए की एफडी करवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि हम तहे दिल इस फैसले का स्वागत करते है. जिस तरह से संयुक्त परिवार करते जा रहे हैं. उसे देखते हुए यह फैसला बहुत ही सराहनीय है. उन्होंने बताया कि देश में बढ़ती जनसंख्या चिंता का विषय है, लेकिन महेश्वरी समाज में घटती हुई जन संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.

ये भी पढ़ेंःमाहेश्वरी समाज ने लॉकडाउन के चलते सादगी से मनाई महेश जयंती, समर्पण दिवस के रूप में मनाया महेश नवमी पर्व

चाचा, मामा, मौसी, बुआ के रिश्तों को जानेगी आने वाली पीढ़ीः हाल ही में पुष्कर में हुई समाज की बैठक में यह निर्णय लिया गया है. समाज की जनसंख्या धीरे-धीरे घटती जा रही है और उसे बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही सराहनीय फैसला है, क्योंकि महेश्वरी समाज की जनसंख्या दिन-ब-दिन घटती जा रही है. उन्होंने कहा कि हम चाहते है कि हमारा समाज भी आगे बढ़े इसके लिए जनसंख्या बढ़ना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि यह निर्णय बहुत अच्छा है, क्योंकि हम दो हमारे दो की वजह से चाचा, मामा, मौसी, बुआ यह सारे रिश्ते खत्म हो रहे हैं. जैसे संतानों की संख्या बढ़ेगी तो बच्चे इन रिश्तों का महत्व समझेंगे और फिर संयुक्त परिवार होंगे, क्योंकि आजकल एकल परिवार में लोग रहने लगे है. इस लिहाज से यह अच्छा फैसला ही आने वाली पीढ़ी को रिश्तों जैसे चाचा, मामा, बुआ और मौसी का महत्व समझ आएगा.

संयुक्त परिवार की ओर फिर लौटना पड़ेगाः उन्होंने कहा कि महेश्वरी समाज के लिए यह निर्णय बहुत ही जरूरी है. वह इसलिए क्योंकि दिन-ब-दिन जनसंख्या बहुत ही ज्यादा कम होती जा रही है. ऐसे अगर हमें हिंदू धर्म और समाज को जीवंत रखना है तो पुनः पुरानी पद्धति पर आना पड़ेगा और संयुक्त परिवार की ओर जाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय महेश्वरी समाज के प्रबुद्धजनों ने यह फैसला लिया है तो बहुत सोच समझ कर लिया है दूसरे समाजों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए. महेश्वरी महिला मंडल की सचिव शकुंतला मेहता ने बताया कि समाज ने जो यह फैसला लिया वह बहुत ही सराहनीय है. इस फैसले से हम सब खुश हैं. संयुक्त परिवार में चाचा, मामा, बुआ, मौसी के रिश्ते बनेंगे. तीसरी और चौथी संतान पर 50 हजार रुपए की एफडी समाज की ओर से करवाई जाएगी. उनके अनुसार बाड़मेर में महेश्वरी समाज के 3 सौ घरों में कुल 5 हजार की आबादी है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details