सिवाना (बाड़मेर). मोतीसरा गांव में रात्रि चौपाल को लेकर सिवाना पहुंचे जिला कलेक्टर अंशदीप ने उपखंड कार्यालय व सिवाना पंचायत समिति कार्यालय का निरीक्षण किया. कलेक्टर ने उपखंड कार्यालय पहुंचकर सिवाना उपखंड अधिकारी प्रमोद सिरवी से क्षेत्र की समस्याओं को लेकर जानकारी ली. साथ ही पंचायत समिति कार्यालय पहुंचकर सिवाना विकास अधिकारी से नरेगा सहित विभिन्न परियोजनाओं से जुड़ी जानकारी ली.
बाड़मेर जिला कलेक्टर ने किया सिवाना उपखंड कार्यालय का निरीक्षण जिला कलेक्टर के निरीक्षण हेतु पंचायत समिति कार्यालय पहुंचने पर सिवाना कस्बावासियों द्वारा पानी की समस्याओं को लेकर जूझ रहे ग्रामीणों ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया.
वहीं ज्ञापन में बताया कि सिवाना कस्बे को पोकरण-फलसूंड परियोजना से शीघ्र जोड़ा जाए. साथ ही कस्बे में पानी की भारी समस्या बनी हुई है. कस्बे में 10 से 15 दिन में 1 बार ही पानी की सप्लाई होती है. पानी की समस्या के चलते ग्रामीणों को महंगे दामों पर टैंकरों से पानी डलवाना पड़ रहा है.
साथ ही ग्रामीण ने बताया कि पोकरण-फलसूंड-सिवाना परियोजना के अंतर्गत पेयजल आपूर्ति की पाइपलाइन साइजी की बेरी तक सिवाना से 10 किलोमीटर दूर तक बिछाई गई है. लेकिन अब काफी लंबे समय से कार्य बंद है. वहीं पाइपलाइन को समय पर जोड़े जाने की मांग की है, ताकि ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात मिल सके.
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वहीं इस मौके पर जिला परिषद सदस्य सोनसिंह भायल ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर अवगत करवाया कि पिछले करीब 3 साल से कस्बे भर में अंडरग्राउंड विद्युत डाली गई है. जिसको आज तक नहीं जोड़ा गया है. साथ ही ठेकेदार व विद्युत विभाग के कर्मचारियों द्वारा इस कार्य में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए विभागीय जांच करने की मांग की.
वहीं सिवाना कस्बे के श्री व्यापार संघ की ओर से कलेक्टर को कस्बे की विभिन्न प्रकार की समस्याओं से अवगत करवाते हुए समस्या समाधान की मांग की गई. वहीं ग्रामीणों ने बस स्टैंड पर रोडवेज बसों के ठहराव हेतु ज्ञापन देकर समस्या समाधान हेतु मांग की. वहीं मोकलसर गांव से आए ग्रामीणों ने जन स्वास्थ्य अभियंता विभाग के कर्मचारियों पर तानाशाही रवैया को लेकर शिकायत करते हुए हटाने व पेयजल की समस्या को सुधारने की मांग की.