बाड़मेर. राजस्थान खाद्य पदार्थ संघ के प्रदेश व्यापी आह्वान पर पूरे राजस्थान में 247 मंडिया शुक्रवार को बंद रही. इसी के तहत बाड़मेर कृषि मंडी भी बंद रही. इस दौरान कृषि मंडी के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर केंद्र सरकार के अध्यादेशों का विरोध किया.
अनाज व्यापार संघ के अध्यक्ष हंसराज कोटडिया ने बताया कि राजस्थान खाद्य पदार्थ संघ जयपुर के आह्वान पर बाड़मेर कृषि मंडी को बंद रखा गया है. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा 5 जून 2020 को जारी किए गए अध्यादेश में मंडियों के बाहर व्यवसाय करने वाले मंडी टैक्स, मंडी सेल्स, मंडी सेंस आदि समाप्त हो गए हैं. व्यापारियों पर राज्य सरकार द्वारा मंडी शुल्क मंडी सेंस, किसान कल्याण आदि टैक्स लागू रहेंगे.
केंद्र सरकार के अध्यादेशों का विरोध इस तरह के कानून के विरोध में राजस्थान खाद्य प्रधान संघ ने एक दिवसीय मंडी बंद का एलान किया है. जिसके परिणाम स्वरूप शुक्रवार को बाड़मेर कृषि मंडी में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए इस कानून का हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ सहित पूरे राजस्थान में विरोध किया जा रहा है.
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अनाज व्यापार संघ के अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा इस काले कानून के तहत मंडियों का व्यापार चौपट हो गया है. किसानों को बाहर व्यापार करने से फसल के दाम भी कम आ रहे हैं. साथ ही केंद्र सरकार के अध्यादेश लागू करने के बाद कृषि मंडी में व्यवसाय करने वालों को भारी मात्रा में टैक्स चुकाने से मंडी का व्यापार व्यवसाय पूर्ण तरह बंद होकर बाहर चला जाएगा. जिससे व्यापारी मजदूर बेरोजगार हो जाएगा.