बाड़मेर. देश में एक्सपर्ट्स ने कोरोना की तीसरी लहर की अंदेशा जताया है. जिसके बाद बाड़मेर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है. बाड़मेर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के उद्देश्य से चिकित्सा संसाधनों के साथ सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है.
बाड़मेर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सा सुविधा में वृद्धि अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो इसमें सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों पर पड़ेगा. इस बात ने सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया है. इसी को लेकर राजस्थान सरकार सतर्क हो गई है. तीसरी लहर की संभावना और बच्चों पर पड़ने वाले इसके प्रभाव को लेकर राज्य सरकार ने एक विशेष टीम का गठन कर वास्तविकता का पता लगाने के निर्देश दिए है. वहीं राज्य बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग ने भी राज्य के सभी जिला कलक्टर्स को अपने-अपने जिलों में पर्याप्त चिकित्सा उपकरणों और चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सकीय सेवाओं के विस्तार के निर्देश दिए हैं.
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और आयोग के निर्देशों के बाद बाड़मेर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है. बाड़मेर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के उद्देश्य से चिकित्सा संसाधनों के साथ सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों के इलाज के लिए आइसीयू बेड बढ़ाए जा रहे हैं और यहां वेंटिलेटर की व्यवस्था भी की गई है.
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जिला कलेक्टर लोकबंधु ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और बच्चों पर पड़ने वाले इसके असर को लेकर प्रशासन अलर्ट है. प्रशासन की ओर से राजकीय अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार करवाया जा रहा है. प्रशासन को पीएम केयर्स से बच्चों के लिए 8 वेंटिलेटर मिले हैं. इसके अलावा राजकीय अस्पताल में बच्चों के बेहतर इलाज के लिए आईसीयू बढ़ाने के साथ चिकित्सा सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है. जिससे स्थितियों से निपटने के साथ कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके.
विधायक ने कहा तीसरी लहर के लिए हम सब तैयार
विधायक मेवाराम जैन ने बताया बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में तीन ऑक्सीजन के नए प्लांट जल्द बनाए जाएंगे और उसके लिए हम पहले से ही बच्चों के लिए वार्ड तैयार करके रख रहे हैं. ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि तीसरी लहर नहीं आए. अगर आती भी है तो सरकार पूरी तरह से तैयार है. सरकार ने पहले ही तैयार रहने के निर्देश दे दिए हैं कि बच्चों के अलग से वार्ड बनाए गए और ऑक्सीजन का स्टॉक रखने और जो संसाधनों की कमी थी, उसे एडवांस में हम तैयार रखेंगे. जिससे कैसी भी विपदा परिस्थिति आए उससे निपटने के लिए सरकार तैयार है. हम सब तैयार हैं.
दो वार्ड रिजर्व
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया ने बताया कि बच्चों के लिए हमने पहले से ही दो वार्डों को रिजर्व कर रखा है. जिसमें एक में संदिग्ध और दूसरा पॉजिटिव के लिए होगा. हालांकि, अभी हमारे पास बच्चे नहीं है जो कि पॉजिटिव आए हो लेकिन हमने पहले ही दो वार्डो को तैयार कर रखा है.