बाड़मेर. जिले में सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पद पर नियुक्त एक जयपुर निवासी की लापरवाही के कारण कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है. लॉकडाउन के दौरान प्रिंसिपल ने अपना सरकारी आई कार्ड दिखाते हुए, जयपुर से जिले में प्रवेश किया. जिसके साथ ही कोरोना ने भी दस्तक दे दी है.
पहला कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने बाद प्रशासन चेता है. अब गुजरात और अन्य जिलों से सटी बाड़मेर जिले की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है. अधिकृत प्राधिकारी की अनुमति के बिना किसी भी व्यक्ति को बाड़मेर जिले में प्रवेश नहीं देने के निर्देश दिए गए हैं. अन्य प्रदेशों और जिलों के आए व्यक्तियों को आगामी 14 दिन तक अनिवार्य रूप से होम आइसोलेशन में रखने के निर्देश दिए गए हैं.
जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि गुजरात और प्रदेश के अन्य जिलों से आने वाले लोगों पर निगरानी रखने के लिए विशेष चौकसी बरती जा रही है. आमजन और निगरानी समितियों के सहयोग से अब तक आ चुके लोगों को चिन्हित करने का कार्य प्राथमिकता से करवाया जा रहा है. उनके मुताबिक ऐसे लोगों को होम आइसोलेशन में रखने के साथ उनकी मॉनेटरिंग की जा रही है.
कलेक्टर विश्राम मीणा ने आमजन से लॉकडाउन की पूर्ण पालना के साथ सामाजिक दूरी और स्वच्छता के साथ रहने की अपील करते हुए बताया कि कोरोना की रोकथाम के संबंध में गठित सभी प्रकोष्ठ के प्रभारियों और संबंधित कार्मिकों को विशेष निगरानी रखते हुए, गंभीरता से कार्य संपादित करने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन हर स्थिति पर नजर रखे हुए है. लेकिन किसी भी स्तर पर थोड़ी सी चूक और लापरवाही हुई तो उसका खामियाजा हर किसी को भुगतना पड़ेगा. उन्होंने सामाजिक संगठनों, कर्मचारियों और अधिकारियों के कोरोना की रोकथाम संबंधित कार्यों में सहयोग करने का अनुरोध किया है. उन्होंने आमजन से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने की अपील करते हुए, कहा कि किसी बाहरी व्यक्ति के आने अथवा जाने की सूचना हो तो तत्काल निगरानी दल और नियंत्रण कक्ष 02982-222226, 230462पर सूचित करें.