सिवाना (बाड़मेर). पादरू में पदस्थापित बिजली विभाग का जूनियर इंजीनियर एसीबी को चममा देकर फरार हो गया. उसने रिश्वत के 20 हजार बिचौलिये के जरिए लिए थे. बिचौलिया नारायण रिश्वत की राशि लेने आरोपी के फार्म हाउस पहुंचा, उसने परिवादी से 20 हजार रुपए ले लिये. तभी एसीबी टीम ने धावा बोल दिया और दलाल नारायण को गिरफ्तार कर लिया.
एसीबी के हत्थे चढ़ा रिश्वतखोर कनिष्ट अभियंता का दलाल जूनियर इंजीनियर एसीबी की कार्रवाई के दौरान ही पादरू से फरार हो गया जिसकी गिरफ्तारी के लिए अब बाड़मेर और बालोतरा पुलिस सक्रिय है. आरोपी जितेंद्र पर पहले भी रिश्वतखोरी के आरोप लगे थे.
क्या है पूरा मामला
सिवाना क्षेत्र के पादरू, खलवाडा का नाडा निवासी गणपतसिंह ने एसीबी में मामला दर्ज कराया था. परिवादी ने बताया कि उसके पिता रघुनाथसिह के नाम कृषि बिजली कनेक्शन लिया हुआ है. 02 जनवरी को कनिष्ठ अभियन्ता जितेन्द्र सैनी पादरू ट्यूबवैल पर आये और बिजली का बकाया बिल भरने की बात की, साथ ही अवैध शक्ति बूस्टर चलाने के मामले में कार्रवाई नहीं करने की एवज में 20 हजार की रिश्वत मांगी. बिजली चोरी का केस चलाने की धमकी भी दी.
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परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी में की. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी स्पेशल यूनिट जोधपुर दुर्गसिंह राजपुरोहित की टीम ने 06 जनवरी को सत्यापन कराया. 12 जनवरी को यह रकम जितेंद्र अपने दलाल के मार्फत अपने फार्म हाउस पर लेने वाला था. मंगलवार को को जितेन्द्र सैनी कनिष्ठ अभियन्ता के कहे अनुसार दलाल नारायण ने परिवादी के फार्म हाउस पर जाकर 20 रूपए की रिश्वत ले ली. इस दौरान एसीबी की टीम ने बिचौलिए नारायण को गिरफ्तार कर लिया.
जितेन्द्र को एसीबी कार्यवाही की भनक लगी तो वह पादरू से फरार हो गया. कनिष्ठ अभियन्ता की तलाशी एवं गिरप्तारी के लिए एसीबी टीम बाडमेर और पुलिस थाना बालोतरा कार्रवाई कर रही है.