बाड़मेर. देश को आजाद कराने के लिए हंसते-हंसते फांसी को गले लगाने वाले वीर शहीद भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु की शहादत दिवस के अवसर पर भारत पाक सीमा से सटे सरहदी बाड़मेर में मंगलवार शाम को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से मशाल जुलूस निकालकर शहीदों की शहादत को नमन कर उन्हें याद किया गया.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संगठन मंत्री भवानी शंकर और जिला संयोजक भोम सिंह सुंदरा के नेतृत्व में शहर के गांधी चौक से अहिंसा सर्किल तक मशाल जुलूस निकाला गया. इस जुलूस के दौरान युवाओं में जबरदस्त तरीके से जोश और जुनून देखने को मिला. जोधपुर प्रांत सह छात्रा प्रमुख भारतीय माहेश्वरी ,दिव्या भाटी ने अपने विचार व्यक्त किए.
जोधपुर प्रांत सह मंत्री एवं जिला संयोजक भोम सिंह सुंदरा ने कहां की शहीद भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव के जीवन से हम सभी को देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है. साथ ही उन क्रांतिकारियों के जीवन से हम यह भी सीख सकते हैं कि अगर देश की आन बान और शान के खिलाफ हो ताकत खड़ी होती है तो हम बल के साथ साथ वैचारिक रूप से भी उसे कुचलने की आवश्यकता है.
बाड़मेर में मशाल जुलूस में दिखा जोश इस दौरान मनोहर चारण, तनसिंह माहबार ,कमल सिंह विक्रम चारण प्रशांत ,विजय शर्मा, महेंद्र सिंह, भाग्यश्री शर्मा, गजेंद्र सिंह ,मनोज गणपत सिंह ,दीपक, रेखा ,ललिता, ओमसिंह ,बबलू देवासी आदि उपस्थित रहे.
धौलपुर के बसेडी में मनाया शहीद दिवस
मंगलवार को सरमथुरा स्कूल में शहीद दिवस पर देशभक्ति के गीत गूंजे. अहिंसा यात्रा निकाल शहीदो को मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. आजादी के लिए वीर सपूतों की कुर्बानी को याद किया.
मंगलवार को सरमथुरा में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 150 वीं जयन्ती वर्ष एवं स्वतंत्रता दिवस की 75 वी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार भगतसिंह, राजगुरू एवं सुखदेवसिंह की कुर्बानी को शहीद दिवस के रूप में उपखण्ड स्तर पर हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत एसडीएम मनीष कुमार जाटव ने अहिंसा यात्रा के साथ की जो उपखण्ड कार्यालय सरमथुरा से शुरू होकर वाया अग्रवाल धर्मशाला होते हुए राउमावि प्रांगण में पहुंची. कार्यक्रम के अन्तर्गत स्कूल प्रांगण में दो मिनट का मौन रखकर शहीदो को श्रद्वांजली दी गई. वहीं शिक्षित या युवा वक्ताओं ने शहीदों की जीवनी पर प्रकाश डाला. एसडीएम मनीष कुमार जाटव ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज शहीद दिवस है. दरअसल 90 साल पहले यानी 23 मार्च 1931 को आज ही के दिन भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी. उनकी शहादत को देश हमेशा नमन करता है.
धौलपुर में अहिंसा यात्रा
आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत भारत की स्वतंत्रता आजादी की 75 वीं वर्ष गांठ एवं शहीद दिवस के अवसर पर जिला कलेक्ट्रेट परिसर से अहिंसा यात्रा का शुभारंभ जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. अहिंसा यात्रा जिला कलेक्ट्रेट परिसर से प्रारंभ होकर गांधी पार्क तक आयोजित की गई.
धौलपुर में अहिंसा यात्रा कार्यक्रम गांधी पार्क में अहिंसा यात्रा एवं मौन कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. 23 मार्च के दिन भारत मां के वीर सपूत भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दिए जाने के रूप में शहीद दिवस मनाया जाता है. शहादत को याद किया जाता है. जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने गांधीजी की प्रतिमा पर फूलमाला चढ़ाकर शहीदों की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
श्रीगंगानगर में आजादी का अमृत महोत्सव
श्रीगंगानगर में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रृंखला में मंगलवार को शहीद दिवस पर अहिंसा यात्रा जिला कलेक्ट्रेट से निकाली गई. श्रीगंगानगर जिला कलक्टर महावीर प्रसाद वर्मा व श्रीगंगानगर विधायक राजकुमार गौड़ ने हरी झण्डी दिखाकर इस अहिंसा यात्रा को रवाना किया.
इस यात्रा में राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाईड, एनएसएस, एनसीसी, नेहरू युवा केन्द्र, गांधी दर्शन जिला समिति, खादी एवं महिला संगठन, युवा संगठनों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी व सभी जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया. यात्रा जिला कलेक्ट्रेट से होते हुए भगतसिंह चौक पर पहुंची. सभी लोग जिला कलक्टर के निर्देशानुसार शांति के प्रतीक सफेद रंग की वेशभूषा में उपस्थित रहे. तत्पश्चात मटका चैक पर स्थित राजकीय कन्या विधालय में सभी ने दो मिनट का मौन रखकर शहीद भगतसिंह, शहीद राजगुरू, शहीद सुखदेव को श्रद्धांजलि दी व इन अमर शहीदों को याद किया.