बाड़मेर.जिले में शुक्रवार को जिला कलेक्टर लोकबंधु ने 5 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र सुपुर्द किए. विस्थापितों ने अलग-अलग समय में आवेदन किया था.
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जगदीश 2001 में पाकिस्तान छोड़कर भारत आकर बस गया था, लेकिन 20 साल तक भारतीय नागरिकता के लिए संघर्ष करता रहा. आज वह दिन आ गया तो जगदीश की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है. जगदीश का कहना है कि बस इस बात का जरूर मलाल है कि नागरिकता के लिए इतना लंबा संघर्ष करना पड़ा. उन्होंने सरकार का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि हमारे हजारों भाई-बहन आज के समय में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में प्रताड़ित हो रहे हैं और वे भारत आना चाहते हैं. उन्होंने सरकार से वीजा देकर भारत बुलाने की मांग की.
5 पाक विस्थापितों को मिली भारतीय नागरिकता वहीं, 2009 में अनवर सिंह पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए थे, लेकिन भारतीय नागरिकता नहीं होने की वजह से उन्हें हमेशा डर सता रहा था. नागरिकता मिलने के बाद अनवर सिंह ने कहा कि इस दिन का इंतजार मैं लंबे समय से कर रहा था. हिंदुस्तानी होने का मुझे गर्व है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि 5 साल से मेरे पिता पाकिस्तान में हैं, लेकिन वीजा नहीं मिल रहा है. उन्हें भी वीजा दिलवाए ताकि वो भी भारत आ सकें.
बाड़मेर जिला कलेक्टर लोक बंधु ने बताया कि शुक्रवार को 5 लोगों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र सुपुर्द किए गए हैं. इन्होंने अलग-अलग समय में आवेदन दिए थे. अब ये पांचों भारतीय नागरिक हो गए हैं. अब इन्हें भारत में वोट से लेकर सरकार की तमाम योजनाओं का फायदा मिलेगा.
इन्हें मिली नागरिकता
जमुना बाई पति लालू , अनवर सिंह पुत्र कल्याण सिंह, दुर्गजन सिंह पुत्र स्वरूपसिंह, लालू पुत्र भाखर सिंह, जगदीश कुमार पुत्र लूणोमल