अंता (बारां).लिसाड़ी माइनर से रात-दिन हजारों लीटर पानी की बर्बादी हो रही है, लेकिन सीएडी के अधिकारियों पर कोई असर होता हुआ नजर नहीं आ रहा है. बता दें, यह माइनर सोरसन रोड़ पर होने के कारण इस मार्ग से सोरसन अभयारण्य क्षेत्र सहित ब्राह्मणी माता का ऐतिहासिक मंदिर जुड़ा हुआ है. जिसके चलते इस मार्ग से उच्चाधिकारी सहित मंत्रियों की भी आवाजाही होती रहती है. इसके बावजूद इस समस्या को नजरअंदाज किया जा रहा है.
इस माइनर में कई वर्षों से पानी की बर्बादी हो रही है. जब भी दायीं मुख्य नहर में पानी छोड़ा जाता है. इस क्षतिग्रस्त माइनर से पानी की बर्बादी शुरू हो जाती है, जो तबतक जारी रहती है, जबतक दायीं मुख्य नहर में पानी बंद नहीं हो जाता है. परन्तु सीएडी के अधिकारियों पर इसका कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है. यहां के सीएडी के अधिशासी अभियंता के पास एसी का चार्ज है.