छबड़ा (बारां). छबड़ा के धरनावदा सड़क मार्ग पर बीती रात दो बालिकाएं लावारिस हालात में मिलीं. छबड़ा पुलिस ने दोनों बालिकाओं को सुपुर्दगी में लेकर उनके परिजनों की तलाश शुरू कर दी है. पूछताछ के बाद बालिकाओं को फिलहाल चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है.
छबड़ा कस्बे के धरनावदा मार्ग पर बीती रात दो मासूम बालिकाएं लावारिस मिलीं हैं. छबड़ा पुलिस ने उनके परिजनों की तलाश की, लेकिन इस बारे में कोई जानकारी हाथ नहीं लगी. बालिकाओं ने अपना नाम मीना और पिंकी बताया है. दोनों की उम्र लगभग 4 से 6 वर्ष बताई गई है. उनके माता-पिता का कुछ पता नहीं चल सका है. पुलिस ने रात में बारां चाइल्ड लाइन से सम्पर्क किया जिसके बाद वहां से चाइल्ड लाइन की टीम छबड़ा आकर दोनों बालिकाओं को साथ ले गई.
छबड़ा में लावारिस मिलीं दो बालिकाएं यह भी पढ़ें:श्रीगंगानगर: एसीबी के हत्थे चढ़ा जेल का नर्सिंगकर्मी, VVIP ट्रीटमेंट के नाम पर ले रहा था 34 हजार की रिश्वत
राजस्थान लाए गए झारखंड के 38 बाल श्रमिकों को कराया गया मुक्त
झारखंड के 38 बाल श्रमिकों को राजस्थान के फैक्ट्रियों से मुक्त कराया गया है. राजस्थान सरकार ने विशेष अभियान चलाकर इन्हें फैक्ट्रियों से मुक्त कराया है. सरकार की तीन सदस्यीय टीम इन बच्चों को लेकर देर रात जोधपुर एक्सप्रेस से धनबाद पहुंची.धनबाद स्टेशन से इन बच्चों को चाइल्ड लाइन और सीडब्ल्यूसी के पदाधिकारियों ने रिसीव किया है. चतरा, दुमका, देवघर और डाल्टनगंज के बच्चे इनमें शामिल हैं. इन बच्चों को बस के जरिए पॉलिटेक्निक हॉस्टल में क्वारंटाइन किया गया है.