बारां/बूंदी. देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ सोमवार को मनाया गया. इस दौरान हर शिवालयों पर श्रद्धालुओं का भीड़ देखी जा सकती थी. श्रद्धालु अपने आराध्य शिव को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना कर रहे थे. वहीं, बारां-बूंदी में सुबह से ही बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक के लिए शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लग रहा.
देवों के देव महादेव के रंग में रंगे युवा...सुबह से ही शिवालयों में भक्तों का लगा रहा तांता
देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ सोमवार को मनाया गया. इस दौरान हर शिवालयों पर श्रद्धालुओं का भीड़ देखी जा सकती थी. श्रद्धालु अपने आराध्य शिव को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना कर रहे थे. वहीं, बारां-बूंदी में सुबह से ही बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक के लिए शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लग रहा.
दरअसल, बारां जिले में भी सोमवार शिवरात्रि के अवसर पर मंदिरों में काफी भीड़ देखने को मिली. दर्शन करने के लिए हर उम्र के लोग पहुंच रहे थे. इसमें महिलाएं, युवतियां छोटे बच्चे सहित हर तबका शामिल था. वहीं युवाओं में शिवरात्रि को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला. शिव भक्त माथे पर केसरिया तिलक छापा कर भोले के रंग में रंगे हुए दिखाई दे रहे थे. मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण सुरक्षा व्यवस्था के तौर पर पुलिस के भी माकूल प्रबंध देखने को मिले.
वहीं, पंडित मोहन लाल सैनी ने बताया की फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को शिवरात्रि पर्व मनाया जाता है. ऐसी मान्यताएं हैं कि सृष्टि का आरंभ इसी दिन से हुआ. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग (जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है) के उदय से हुआ था. अधिकतर लोग ये मानते हैं कि इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था. साथ ही साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है.