बारां.जिले में नगर परिषद 9 सितंबर से डोल मेले का आयोजन करवा रहा है. डोल मेले में सारे नियम-कायदे ताक पर रखकर मनोरंजन के नाम पर अश्लीलता परोसी जा रही है. हाड़ौती के इस धार्मिक मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम में ऐसी अश्लीलता रशियन डांस के नाम पर की जा रही है, जिससे लोगों में खासा रोष है. भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने विरोध जताते हुए ऐसे आयोजनों पर सरकार से रोक लगाने की मांग की है.
डोल मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नाम पर परोसी जा रही अश्लीलता भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी का कहना है कि बारां का डोल मेला ऐतिहासिक और धार्मिक है. लेकिन इस बार आयोजित मेले में इस तरह के डांस के जरिए लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है. इसलिए ऐसे कार्यक्रम को प्रशासन द्वारा बंद कर दिया जाना चाहिए.
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गौरतलब है कि इस धार्मिक आस्था के मेले का शुभारंभ संतों द्वारा करवाया गया था. मेले की अध्यक्ष भी एक महिला पार्षद ही है. उसके बावजूद नगर परिषद लाखों रुपए खर्च करके इस तरह का कार्यक्रम करवाया रहा है, जो कि शहर में बड़ी चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया ये भी जा रहा है कि ऐसा भीड़ जुटाने के लिए किया जा रहा है.
जिला मुख्यालय पर प्रशासन और पुलिस की नाक के नीचे इस तरह के कार्यक्रम आयोजन करवाना कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाने वाली बात साबित हो रही है. दो दिन पहले ही बारां में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य डॉक्टर राजुल एल. देसाई ने जिला कलेक्ट्रेट सभागार में महिलाओं और बच्चियों के प्रति अपराध रोकने और सुरक्षा के लिए बैठक की थी. इस दौरान प्रशासन से महिलाओं के हितों के संरक्षण की बात कही गई थी. लेकिन, रात से ही इस धार्मिकआस्था के मेले में अश्लीलता परोसी जाने लगी.