अंता (बारां). समर्थन मूल्य केंद्र पर मात्र एक हजार किवंटल गेहूं की खरीद होने के बावजूद भी यहां अक्सर बारदाने की कमी हो रही है, जिससे किसान अपनी उपज की तुलाई को लेकर पिछले 4 दिनों से मंडी में पड़े हुए हैं. किसानों का कहना है यह क्षेत्र गेहूं उत्पादन में राजस्थान का मिनी पंजाब है. यहां प्रति दिन 10 हजार क्विंटल गेहूं की तुलाई की जानी चाहिए, जबकि यहां मात्र एक हजार क्विंटल गेहूं ही खरीद-फरोख्त हो रही है.
इसके बावजूद भी किसानों के माल की समय पर तुलाई नहीं हो रही है. किसान माल की तुलाई को लेकर पिछले 4 दिनों से मंडी में पड़े हुए हैं. ठेकेदार नन्दलाल नागर का कहना है कि बारदाने की कमी के कारण 4 दिनों से किसानों के माल की तुलाई नहीं हो पा रही है. तुलाई को लेकर किसान लड़ाई झगड़े पर उतारू रहते हैं. वहीं तिलम उत्पादक सहकारी समिति के व्यवस्थापक धन्ना लाल मीणा का कहना है कि वेयरहाउस द्वारा समय पर माल का उठाव नहीं होने के कारण किसानों के माल की खरीद प्रभावित हो रही है.