छबड़ा (बारां).जिला कलेक्टर राजेन्द्र विजय ने बारां में गुरुवार को एक दिवसीय बालिका शतरंज प्रतियोगिता एवं महिला अधिकारिता विभाग की ओर से 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम का शुभरम्भ किया. कलेक्टर विजय ने अपने सम्बोधन में कहा कि शतरंज का खेल किसी के जीवन को नई दिशा दे सकता है. कई शोध में लोगों की जीवन शैली में सकारात्मक परिवर्तन इस खेल के माध्यम से देखने को मिले हैं.
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विजय ने कहा कि जिले में भी शतरंज के विकास की दिशा में प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं. अधिकतम विद्यार्थियों को इससे जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. इससे विद्यार्थियों में सीखने की क्षमता में भी अभिवृद्धि होगी और वे बेहतर नागरिक बन सकेंगे. अब स्कूलों में भी इस खेल को शामिल किया जा रहा है. इससे उनमें सृजन शक्ति का विकास होगा.
कार्यक्रम में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान की ब्रांड एम्बेसडर व पार्श्वनाथ चेरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष उर्मिला जैन भाया ने कहा कि बेटियां अपने बेहतर कार्याें से पीहर और ससुराल दोनों का नाम रोशन करती है. वे बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव समर्पित हैं.
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जिला कलेक्टर के आग्रह पर उन्होंने जिले में शतरंज खेल के विकास के लिए हरसंभव सहयोग के लिए सहमति दी. बारां जिले के सहरिया योजना अन्तर्गत सचांलित 12 बालिका छात्रावास, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित 11 बालिका छात्रावास एवं शिक्षा विभाग की ओर से संचालित 12 कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावासों में से दो-दो बालिकाओ व एक-एक वार्डन सहित कुल 104 सम्भागीयों कोे शतरंज खेल सीखने के लिए शामिल किया गया. शतरंज खेल के प्रशिक्षण हेतु जिले के 10 वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों द्वारा सभी को प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम में सभी सम्भागी बालिकाओं को शतरंज किट महिला अधिकारिता विभाग बारां द्वारा उपलब्ध कराए गए.