राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

दूल्हा-दुल्हन की एक साथ निकली बिंदौरी...बुलेट पर बैठकर कुछ इस अंदाज में आई वर माला डालने

बारां जिले में दूल्हा और दुल्हन की बिंदौरी एक साथ निकाली (Bindori of bride and groom in Baran) गई. इस अनोखी शादी में दुल्हन खास अंदाज में बुलेट पर बैठकर दूल्हे को वरमाला पहनाने के लिए पहुंची तो खुद ही इलेक्ट्रिक आतिशबाजी भी की. शादी दूर-दूर तक चर्चा का विषय बनी रही. पढ़ें पूरी खबर...

By

Published : Dec 12, 2022, 4:25 PM IST

Updated : Dec 12, 2022, 5:19 PM IST

दूल्हा दुल्हन की एक साथ निकली बिंदौरी
दूल्हा दुल्हन की एक साथ निकली बिंदौरी

दूल्हा-दुल्हन की एक साथ निकली बिंदौरी

बारां.जिले के छबड़ा क्षेत्र में एक अनोखी शादी देखने को मिली. इसमें दूल्हा-दुल्हन अलग ही अंदाज में नजर आए. शादी में (Bindori of bride and groom in Baran) दूल्हे और दुल्हन की बिंदौरी एक साथ निकाली गई. इसके बाद दुल्हन भी खास अंदाज में वरमाला डालने के लिए आई. शादी में आतिशबाजी भी काफी खास रही. ऐसे में यह शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी रही.

बुलेट पर दुल्हन

दरअसल जिले के छबड़ा में चंद्रशेखर कॉलोनी निवासी गोविंद जांगिड़ की बेटी कामेक्षा की 8 दिसंबर को शादी थी. उसकी शादी सुनील नाम के लड़के से हो रही थी. गोविंद जांगिड़ पेशे से शिक्षक हैं औऱ उनके कोई पुत्र नहीं है. ऐसे में वह बेटों की तरह ही बेटी की शादी करना चाहते थे. इसलिए 8 दिसंबर को उन्होंने दुल्हन और दूल्हे की एक साथ बिंदौरी निकलवाई. दूल्हा-दुल्हन घोड़ी पर सवार होकर काला चश्मा लगाए कुछ अलग ही अंदाज में नजर आ रहे थे. बैंडबाजे के साथ शाही अंदाज में बारात निकाली गई.

दुल्हन ने की आतिशबाजी

पढ़ें.पुलिस थाने से निकली महिला कांस्टेबल की बिंदौरी, गूजें मंगल गीत

सजी-धजी दुल्हन घोड़ी पर सवार होकर बारात में दूल्हे के साथ ही चल रही थी. इसके बाद वर माला डालने के लिए भी दुल्हन सहेलियों के साथ चलकर नहीं बल्कि बुलेट पर सवार होकर (Bride came for Jaimal on Bullet) आई जिसे देख सभी दंग रह गए. यही नहीं बुलेट पर बैठकर दुल्हन ने इलेक्ट्रिक आतिशबाजी (bride burst fireworks in procession) भी की. इस अनोखे शादी समारोह की चर्चा बारां के कई गांवों के साथ ही आसपास के जिले में भी है.

सभी यही सोच रहे थे कि दुल्हन की बिंदौरी कैसे निकाली गई, लेकिन गोविंद जांगिड़ को बेटी की शादी कुछ इसी तरह से करनी थी. उन्होंने इससे पहले भी अपनी दूसरी पुत्री चंचल की बिंदौरी निकाल कर समाज को अलग संदेश देने की कोशिश की थी. गोविंद जांगिड़ का कहना है कि पुत्रों की तरह ही उन्होंने बेटियों की भी परवरिश की है और वह दोनों को समान दर्जा देना चाहते हैं.

Last Updated : Dec 12, 2022, 5:19 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details