राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

बारांः पालिका चुनाव में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर, निर्दलियों ने मुकाबला बनाया रोचक

अंता विधायक व खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया और इस विधानसभा क्षेत्र से पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी द्वारा अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को विजय दिलाने के लिए जनसंपर्क किया जा रहा है.

baran municipal election 2020, baran latest hindi news
अंता में 2 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है

By

Published : Dec 9, 2020, 2:33 PM IST

अंता (बारां). जिले के अंता में 11 दिसंबर को होने वाले नगर पालिका चुनाव में 2 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. अंता विधायक व खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया और इस विधानसभा क्षेत्र से पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी द्वारा अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को विजय दिलाने के लिए जनसंपर्क किया जा रहा है. ऐसे में यहां दोनों ही प्रमुख पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है.

अंता में 11 दिसंबर को नगर पालिका चुनाव होगा.

मंत्री प्रमोद जैन भाया द्वारा 2 दिनों से कस्बे में जनसंपर्क किया जा रहा है, वहीं पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी अपनी पार्टियों के प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए कस्बे में जनसंपर्क कर चुके हैं. हालांकि, इस बार निर्दलीय भी दोनों ही पार्टियों के समीकरण बिगाड़ने में पूरी ताकत के साथ मैदान में डटे हुए हैं. ऐसे में कई वार्डों में दोनों ही प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशियों के सीट निकालने के लिए पसीने छूट रहे हैं.

पढ़ें:पंचायत चुनाव में बेटे की हार पर अर्जुन राम मेघवाल ने साधी चुप्पी, कहा- जनता का निर्णय शिरोधार्य

पूर्व में यहां 25 वार्ड थे, जिन्हें सीमांकन के बाद 35 वार्डों में तब्दील कर दिया गया है. इसके बाद कई मतदाताओं के अपने वार्ड की जगह दूसरे वार्ड की मतदाता सूची में नाम आ जाने के कारण ऐसे मतदाता मायूस नजर आ रहे है. इस चुनाव में 35 वार्डों में 23 हजार 909 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. वहीं 110 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.

पढ़ें:सीकर : विजयी जुलूस में खूनी झड़प के बाद देर रात एक और व्यक्ति की मौत, 50 के खिलाफ नामजद मुकदमा

इस बार नगर पालिका में अध्यक्ष की सीट सामान्य होने के कारण भी यहां रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है. भाजपा और कांग्रेस के नगर अध्यक्ष खुद चुनाव लड़ रहे है. यहां पर गत 10 वर्षों से कांग्रेस पार्टी का बोर्ड चला आ रहा है और वर्तमान में कांग्रेस की सरकार होने के कारण भी यहां प्रतिष्ठा का सवाल सामने आ रहा है. हालांकि, जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे वैसे प्रचार प्रसार चरम सीमा पर पंहुचता नजर आ रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details