अंता (बारां).अंता में डोल एकादशी पर्व को सोमवार को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें कवियों का पूरा फोकस कश्मीर में हटाई गई अनुच्छेद- 370 पर रहा. वहीं कवि सम्मेलन सुबह होने तक चलता रहा.
बता दें कि कवि सम्मेलन में कई प्रसिद्ध कवियों ने भाग लिया. इस कवि सम्मेलन की शुरआत राय बरेली से आई कवयित्री कोमल नाजुक द्वारा सरस्वती वंदना से की गई. वहीं कवि सम्मेलन के दौरान कवि गिरिराज आमेठा ने 'सुन-सुन रे म्हारा यार मन छोटी मिली रे नार' कविता पर खूब तालियां बटोरी. वहीं रायपुर बरेली से आई कवित्री कोमल नाजुक ने अपनी सुरीली आवाज के साथ कविता पाठ किया.