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बांसवाड़ा ट्रिपल मर्डर : देवेंद्र की मौत में दफन हो गए सारे राज...अब संभावनाओं के पिटारे में सच की तलाश

बांसवाड़ा में बीते दिनों अज्ञात द्वारा एक महिला और उसके पुत्र-पुत्री की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. अगले ही दिन महिला के पति की भी लाश मिली. इस घटना से पूरे शहर में सनसनी फैल गई. वहीं पुलिस इस हत्याकांड की असली वजह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.

Banswara Triple Murder, महिला सहित बच्चों की हत्या
महिला सहित बच्चों की हत्या

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Published : Oct 30, 2020, 4:08 PM IST

बांसवाड़ा. जिले में बीते सप्ताह एक लोमहर्षक घटना ने पूरे शहर को सकते में डाल दिया. जहां राती तलाई में एक महिला और उसके पुत्र-पुत्री की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. ऐसे में इस मामले में संदेह की सुई उसके पति पर घूम रही थी, लेकिन दूसरे दिन एक तालाब में पति की भी लाश पाई गई. शहर को झकझोर देने वाले इस पूरे हत्याकांड में किसी अन्य की भूमिका थी या फिर देवेंद्र ही गुनाहगार था? यदि देवेंद्र गुनाहगार था, तो आखिर उसने अपने परिवार का नामोनिशान मिटाने का कदम क्यों उठाया? उसकी मौत के साथ ही फिलहाल सारे राज दफन होकर रह गए. अब पुलिस मौके से जुटाए गए सबूत और लोगों से पूछताछ की कड़ियों को जोड़कर इस हत्याकांड की असली वजह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.

बांसवाड़ा ट्रिपल मर्डर मामला

मौका ए वारदात से जुटाए गए सबूतों और अब तक की पूछताछ में देवेंद्र शर्मा ही इस पूरे हत्याकांड के लिए जिम्मेदार बनकर सामने आ रहा है. पुलिस टीम ने जो तथ्य जुटाए हैं, उसके अनुसार देवेंद्र डिप्रेशन का शिकार था. उसके सनक के वशीभूत होकर ही उसने अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को मौत की नींद सुला दिया. हालांकि पुलिस अब इस मामले में देवेंद्र से जुड़ी सभी पहलू जैसे कि उसका इलाज चल रहा था और कहां-कहां उपचार कराया गया? आसपास के लोगों के साथ उसका व्यवहार कैसा था? कहीं इसके पीछे का कारण आर्थिक तंगी तो नहीं था? पुलिस आसपास के लोगों और धौलपुर में निवासरत उसके परिजनों से पूछताछ के आधार पर इन सवालों के जवाब ढूंढने का प्रयास कर रही है.

इस पूरे मामले की पड़ताल का जिम्मा संभाल रहे भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी राजर्षि वर्मा के अनुसार अब तक की जांच में देवेंद्र शर्मा अपनी पत्नी नीतू, पुत्र आर्यन और पुत्री श्वेता की हत्या के गुनाहगार के रूप में सामने आ रहा है. खून से सने पैरों के निशान पड़ोस में रहने वाली सहेली के घर तक पाए गए. जहां से तड़के करीब 2:00 बजे देवेंद्र अपनी पुत्री श्वेता को उठा कर लाया था. वहीं सीसीटीवी फुटेज में सिविल लाइंस की और जाने का टाइम टेबल घटना के आसपास का मैच कर रहा है.

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उसकी बॉडी पर संघर्ष के निशान भी पाए गए. इन सबूतों और पूछताछ में प्रारंभिक तौर पर यह स्पष्ट हो गया कि देवेंद्र ने ही इस तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया. परिजनों से पूछताछ में उसके डिप्रेशन की बात भी प्रमुख रूप से उभर कर सामने आई है. उसके उपचार संबंधी दस्तावेज भी जुटा रहे हैं. वहीं लोगों से पूछताछ का दौर भी अभी खत्म नहीं हुआ है. फिलहाल मुख्य वजह उसकी सनक के रूप में ही सामने आ रही है.

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