बांसवाड़ा. जिले में बीते सप्ताह एक लोमहर्षक घटना ने पूरे शहर को सकते में डाल दिया. जहां राती तलाई में एक महिला और उसके पुत्र-पुत्री की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. ऐसे में इस मामले में संदेह की सुई उसके पति पर घूम रही थी, लेकिन दूसरे दिन एक तालाब में पति की भी लाश पाई गई. शहर को झकझोर देने वाले इस पूरे हत्याकांड में किसी अन्य की भूमिका थी या फिर देवेंद्र ही गुनाहगार था? यदि देवेंद्र गुनाहगार था, तो आखिर उसने अपने परिवार का नामोनिशान मिटाने का कदम क्यों उठाया? उसकी मौत के साथ ही फिलहाल सारे राज दफन होकर रह गए. अब पुलिस मौके से जुटाए गए सबूत और लोगों से पूछताछ की कड़ियों को जोड़कर इस हत्याकांड की असली वजह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.
मौका ए वारदात से जुटाए गए सबूतों और अब तक की पूछताछ में देवेंद्र शर्मा ही इस पूरे हत्याकांड के लिए जिम्मेदार बनकर सामने आ रहा है. पुलिस टीम ने जो तथ्य जुटाए हैं, उसके अनुसार देवेंद्र डिप्रेशन का शिकार था. उसके सनक के वशीभूत होकर ही उसने अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को मौत की नींद सुला दिया. हालांकि पुलिस अब इस मामले में देवेंद्र से जुड़ी सभी पहलू जैसे कि उसका इलाज चल रहा था और कहां-कहां उपचार कराया गया? आसपास के लोगों के साथ उसका व्यवहार कैसा था? कहीं इसके पीछे का कारण आर्थिक तंगी तो नहीं था? पुलिस आसपास के लोगों और धौलपुर में निवासरत उसके परिजनों से पूछताछ के आधार पर इन सवालों के जवाब ढूंढने का प्रयास कर रही है.