बांसवाड़ा. मिल ने जिस सेल्समैन को महज 10 हजार रुपए महीने की नौकरी पर रखा था, उसी ने मिल को 90 लाख रुपए की चपत लगा दी. इस मामले में मंगलवार रात कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
कोतवाली पुलिस के अनुसार केरल में सरकार ने ड्रेस कोड लागू किया है. यह सभी छोटे बड़े स्कूलों के लिए था. वहां से आर्डर लाने और कपड़ा उपलब्ध कराने के लिए बांसवाड़ा के ही एक युवक महेश नायक को कंपनी ने सेल्समैन नियुक्त कर दिया. कंपनी अधिकारियों के अनुसार उसकी तनख्वाह करीब 10 हजार रुपए थी. कंपनी ने युवक को जो काम
कंपनी ने जो काम युवक को दिया था उसे वह बखूबी निभाने लगा. देखते ही देखते आरोपी ने केरल से करीब 1200 स्कूलों से ड्रेस के लिए कपड़े के आर्डर ले लिए. पीड़ित का काम और परफॉर्मेंस मिल में लगातार बढ़ता जा रहा था. कंपनी अधिकारियों ने किसी भी तरह के कोई सवाल जवाब नहीं किए. क्योंकि माल लगातार बिक रहा था. पर जब कंपनी के अकाउंट सेक्शन में उसके खातों का मिलान किया तो उनके होश उड़ गए.
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कई स्कूल ऐसे थे जिनमें कपड़ा तो पहुंच गया, पर उनकी ओर से जारी किया गया चेक मिल को मिला ही नहीं. फिर पूरी टीम की ऑडिट बैठाई गई. महेश नायक के हर आर्डर की तकनीकी तरीके से छानबीन की गई. पता चला महेश 90 लाख रूपए के ऐसे आर्डर की आपूर्ति कर चुका था. जिनके चेक मिल में पहुंचे ही नहीं. कंपनी अधिकारियों ने एक के बाद एक कई मेल आरोपी को किए और पूछताछ के लिए बुलाया भी. जब कोई फायदा नहीं हुआ तो कोतवाली में रिपोर्ट दे दी गई. मंगलवार रात्रि में कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है और आगे की जांच शुरू कर दी है.