घाटोल (बांसवाड़ा).जिले में पूरे सावन भर बारिश नहीं हुई, लेकिन महीना बीत जाने के बाद भाद्रपद में इंद्रदेव मेहरबान हुए और पूरे सावन की कसर दो दिन की बारिश में ही निकाल दी.
बता दें कि घाटोल उपखंड सहित पूरे बांसवाड़ा जिले में शनिवार से शुरू हुई बारिश ने अब तक रुकने का नाम नहीं लिया है. इस दो दिन की बारिश से अब तक के खाली पड़े क्षेत्र के सभी जलाशयों को लबालब कर दिया है. सभी नदी-नाले ओवरफ्लो करने लग गए हैं.
घाटोल में दो दिन लगातार बारिश पढ़ें-बूंदी: बारिश के बाद उफान पर चम्बल नदी, जलस्तर बढ़ने से पुलिया जलमग्न
इसके चलते घाटोल उपखंड मुख्यालय से घाटोल, गनोड़ा रोड, पडौली राठौड़, ओड़वाडिया, बोदला, बड़ी पडाल सहित कई गांवों का संपर्क टूट चुका है. घाटोल में रविवार शाम तक 15 इंच तक बारिश हुई. वहीं, लगातार इस बारिश से घाटोल उपखंड के सभी तालाब, जलाशयों में पानी की अच्छी आवक हुई है, जिससे जिले का दूसरा बड़ा बांध हरो डैम पर 5 फीट तक चादर चली.
लगातार हो रही बारिश से छलका प्रदेश का दूसरा बड़ा बांध 'माही', सभी 16 गेट खोले गए
बांसवाड़ा में माही बांध में पानी की आवक तेज हो गई है. वहीं, मध्य प्रदेश के बांजना और प्रतापगढ़ इलाके से पानी की भारी आवक को देखते हुए प्रशासन ने बांध के गेट खोलने का निर्णय किया. शाम 6 बजे सभी 16 गेट खोल दिए गए. यहां से करीब 47 हजार क्यूसेक पानी कडाणा बांध में छोड़ा जा रहा है.