बांसवाड़ा.डिस्कॉम द्वारा गत दिनों एक आदेश जारी कर एफआरसी के साथ एमबीसी को भी निजी हाथों में दे दिया. निजीकरण की सुगबुगाहट के बीच कर्मचारियों में आक्रोश फैलता गया. भारतीय मजदूर संघ, इंटक और राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के साथ पावर एसोसिएशन अपने मतभेदों को भुलाते हुए एक मंच पर आ गए और डिस्कॉम के इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजा दिया.
कर्मचारी और अधिकारियों ने तय कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को अवकाश ले लिया और निगम परिसर में अधीक्षण अभियंता कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया. कर्मचारी नेता तेज सिंह शेखावत महेश भावसार, भगवती लाल डिंडोर आदि ने अपने संबोधन के दौरान डिस्कॉम प्रबंधन पर धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक और कर्मचारी संगठनों से वार्ता जारी रखी गई. वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों ने अपने निजी फायदे के लिए बांसवाड़ा वृत्त की एफआरसी और एमबीसी को निजी हाथों में दिया जा रहा है.