बांसवाड़ा. नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में हॉस्पिटल से भागे आरोपी का कोई पता नहीं चल पाया है. पुलिस गिरफ्त से फरार हुए आरोपी की तलाश में पुलिस प्रमुख मार्गों पर नाकेबंदी कर रही है. वहीं, संदिग्ध ठिकानों पर भी दबिश दी गई है, लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली ही नजर आ रहे हैं. फिलहाल आरोपी की तलाश के साथ विभाग द्वारा मामले की विभागीय जांच भी की जा रही है.
पाटन पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आरोपी बांसड़ी गांव निवासी 22 वर्षीय कालू सिंह को गिरफ्तार किया था. उसे कोरोना टेस्ट और मेडिकल जांच के लिए थाने के 4 जवान महात्मा गांधी चिकित्सालय लेकर आए थे. यहां कांस्टेबल संतोष कुमार कालू सिंह के ब्लड और एफटीए कार्ड को सिंचित करने के लिए लिफाफा लेने चला गया.
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वहीं, उसके साथी कॉन्स्टेबल रमनलाल, शांतिलाल और प्रदीप कुमार आरोपी को मेडिकल ऑफिसर के पास ले जा रहे थे कि ओपीडी में मरीजों की भीड़ का फायदा उठाते हुए कालू सिंह ने कान्स्टेबल का हाथ से झटका मारते हुए भाग छूटा. यह देख कर कान्स्टेबल घबरा गए और उसके पीछे लग गए.
बताया जा रहा है कि ओपीडी फुल होने के साथ अधिकांश लोगों द्वारा मास्क लगाने के कारण आरोपी पकड़ में नहीं आया है. पुलिस को कुछ लोगों ने बताया कि आरोपी मेन गेट से होता हुआ भाग निकला. सूचना पर कंट्रोल रूम द्वारा कागदी पिकअप, आबापुरा तिराहा सहित कई स्थानों पर नाकेबंदी कर दी गई है, लेकिन आरोपी का कोई सुराग हाथ नहीं लगा. थाना अधिकारी रूपलाल ने बताया कि आरोपी की तलाश के लिए कई टीमें लगाई गई हैं.
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एक टीम दरीबा माइंस भी भेजी गई है, जहां पर वह पूर्व में काम कर चुका है. इसके साथ ही संदिग्ध ठिकानों पर तलाश की जा रही है. वहीं, निकट सुधारों पर भी नजर रखी जा रही है. पुलिस उप अधीक्षक अनिल मीणा ने बताया कि आरोपी की तलाश के लिए टीमें गठित की गई है और इस मामले में किस स्तर पर लापरवाही हुई है, तो विभागीय जांच भी की जा रही है.