बांसवाड़ा.कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन चल रहा है. 23 मार्च से ही आवश्यक सेवाओं को छोड़कर तमाम प्रकार की का व्यापार व्यवसाय बंद हैं. इसका असर अब प्रशासनिक परिवहन सेवाओं पर भी पड़ रहा है. जहां कई वाहन पंचर सहित छोटी-मोटी समस्याओं के चलते बंद पड़े हैं.
कचरा उठाने वाले एक तिहाई वाहन पंचर नगर परिषद की ओर से स्वच्छ भारत मिशन में लगाए गए कई वाहनों के पहिए मात्र पंचर होने के चलते थम गए हैं. इससे शहर की सफाई व्यवस्था भी बाधित हो रही है. नियमानुसार प्रशासन को ऐसी समस्याओं को देखते हुए एक-दो दुकानों को पास जारी करने चाहिए थे, लेकिन फिलहाल शहर में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
बांसवाड़ा नगर परिषद के हाल ये है कि शहर की सफाई व्यवस्था के लिए 14 टिपर लगाए गए हैं. शहर को कई जोन में बांटते हुए अलग-अलग जोन के लिए टिपर और ट्रैक्टर-ट्रॉली लगाए गए हैं, लेकिन पिछले 2 दिन से इनमें से चार वाहन पंचर चल रहे हैं. ऐसे में परिषद कर्मचारी के पास इन वाहनों को खड़ा रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. दो टिपर और इतने ही ट्रैक्टर-ट्रॉली गैराज में खड़े हैं. इस कारण कई वार्डों में कचरा उठाने को लेकर नगर परिषद कर्मचारियों के समक्ष मुश्किल खड़ी हो गई है.
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गैराज प्रभारी सलीम शेख ने बताया कि पिछले 2 दिन से 12 में से 4 वाहन पंचर होने के कारण गैराज में पड़े हैं, जबकि संकट के इस दौर में सफाई व्यवस्था और भी अहम हो गई है. ऐसे में उपलब्ध वाहनों से काम चलाया जा रहा है और इससे सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है. यहां तक कि पुलिस विभाग के भी कई वाहन पंचर के चलते बंद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन को एक-दो दुकानों को पास जारी करने चाहिए.