बांसवाड़ा.आदिवासी अंचल के बांसवाड़ा जिले की एक विवाहिता ने ससुराल में फांसी लगाकर जान दे (Newly Wed committed Suicide at her In laws House in Banswara) दी. नवविवाहिता के केस में काफी मोड़ हैं. दरअसल, वो शादी के सातवें दिन मायके से गायब हो गई थी. 18 दिन तक लापता रही. इसके बाद उसने गुजरात के सूरत से फोन कर लौटने की गुहार लगाई.
घरवाले उसे वापस भी लेकर आए लेकिन आने के तीसरे दिन ङी उसने फांसी लगाकर जान दे दी, फिलहाल पुलिस ने एक आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और पोस्टमार्टम की कार्रवाई जारी है. शादी के करीब 28 दिन बाद फांसी लगाने वाली विवाहिता अपने ससुराल में केवल 2 दिन ही रही है.
तिलगारी निवासी कालू पुत्र सूरज की बहन रमीला की शादी 12 दिसंबर 2021 को घोड़ी तेजपुर के रिछड़ा पाड़ा निवासी रकमलाल मईड़ा के साथ हुई. रमीला 13 दिसंबर को ससुराल पहुंची, उसी दिन शाम को उसका भाई अपने घर वापस ले आया. आदिवासी परिवारों में बहन को उसी दिन वापस मायके लाने की परंपरा बरसों से कायम है, इसका ही निर्वहन किया गया. रमीला का पति रकम चंद 14 दिसंबर को ससुराल पहुंचा और उसे वापस अपने घर ले आया. रमीला 15 दिसंबर को वापस अपने मायके आ गई. और 18 दिसंबर को अचानक अपने घर से लापता हो गई. इसकी रिपोर्ट दानपुर थाने में दर्ज करा दी गई थी.
5 जनवरी को सूरत से फोन कर परिजनों को बुलाया
परिजनों ने बताया 5 जनवरी को सुबह रमीला ने अपने भाई को फोन किया और बताया कि वह सूरत में है और उसे ले जाए. कालू ने इसकी जानकारी अपने जीजा रकम चंद को दी. इसके बाद मायके और ससुराल दोनों पक्ष के लोग सूरत पहुंचे. 6 जनवरी को रमिला को मायके यानी तिलगारी लाया गया. इसके बाद दोनों परिवारों ने समझाइश की तो वह ससुराल जाने के लिए तैयार हो गई. रमिला का पति 7 जनवरी को उसे लेकर अपने गांव रिछड़ा पाड़ा आ गया.