बांसवाड़ा. जिले में माही परियोजना व कमांड क्षेत्र में रबी सिंचाई के लिए नहरों में 5 नवंबर से पानी छोड़ा जाएगा. इस संबंध में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जल वितरण समिति की जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. बैठक के दौरान अधिकारियों और जनप्रतिनिधि व किसानों के मध्य कुछ मसलों पर तकरार भी देखने को मिली.
वहीं अधिकारी इसी महीने नहरों में पानी छोड़ने का प्लान लेकर आए थे लेकिन खरीफ फसलों की कटाई का कार्य बाकी होने के साथ-साथ नहरों की सफाई का मामला उठाते हुए किसानों ने इसका जमकर विरोध किया. अंततः जिला कलेक्टर की दखल के बाद 5 नवंबर से नहरों में पानी छोड़ने पर किसान और जनप्रतिनिधि तैयार हो गए. साथ ही समिति के इस फैसले के साथ ही माही परियोजना के अधिकारी नहरों की सफाई और आवश्यक मरम्मत की तैयारियों में जुट गए हैं. शुरुआत में अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेश बुनकर ने बैठक के मंतव्य को सबके सामने रखा.
साथ ही माही परियोजना के अधिकारियों ने 23 अक्टूबर से पानी छोड़ने का प्रस्ताव रखा. इसके पीछे उनका तर्क था कि टेल तक पानी पहुंचाने के लिए अभी से पाटनी छोड़ना जरूरी है. वहीं अधिकारियों के इस प्रस्ताव का गढ़ी विधायक कैलाश मीणा, तलवाड़ा की पूर्व प्रधान प्रज्ञा सहित जनप्रतिनिधियों और किसानों ने जमकर विरोध किया. किसानों का कहना था कि खरीफ फसलों की अब भी पूरी तरह से कटाई नहीं हो पाई है.