राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

बांसवाड़ा में जिला परिषद की अंतिम बैठक में छाए बिजली, पानी और सड़क के मुद्दे

बांसवाड़ा में जिला परिषद की अंतिम बैठक का आयोजन किया गया जो कि हंगामेदार रही. साथ ही अधिकारी जनप्रतिनिधियों के निशाने पर रहे. वहीं बिजली व्यवस्था को लेकर जनप्रतिनिधि क्रोधित दिखे. 6 घंटे तक चली बैठक में जनता से जुड़े विभागों पर खासी चर्चा रही.

banswara news, बांसवाड़ा में बैठक का आयोजन, बैठक में पानी और सड़क के मुद्दे , बांसवाड़ा जिला परिषद की अंतिम बैठक, rajasthan news
जिला परिषद की अंतिम बैठक

By

Published : Dec 9, 2019, 10:01 PM IST

बांसवाड़ा.जिला परिषद की अंतिम बैठक में अधिकारी जनप्रतिनिधियों के निशाने पर रहे. खासकर बिजली व्यवस्था को लेकर जनप्रतिनिधि क्रोधित दिखे. वहीं संबंधित अधिकारी जवाब को लेकर बेबस नजर आए. साथ ही सड़कों के मुद्दे पर निर्माण विभाग के अधिकारी, पेयजल और शिक्षा विभाग के अधिकारी घिरे रहे. पेयजल संबंधी योजनाओं के प्रस्ताव सीधे भेजे जाने पर जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों को आड़े हाथ लिया. वहीं 6 घंटे तक चली बैठक में जनता से जुड़े विभागों पर खासी चर्चा रही.

बांसवाड़ा में जिला परिषद की अंतिम बैठक हुई

हालांकि बैठक का समय 11:00 बजे निर्धारित था, लेकिन अधिकारी और जनप्रतिनिधि के पहुंचने का क्रम 12:00 बजे तक चला और बागीदौरा विधायक महेंद्र जीत सिंह मालवीय के पहुंचने के साथ ही जिला प्रमुख रेशम मालवीय की अध्यक्षता में मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोविंद सिंह राणावत ने बैठक प्रारंभ की. राणावत द्वारा गत बैठक की कार्रवाई विवरण सदन के सामने रखा गया और एक-एक कर विभागों द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गई. सबसे पहले बिजली विभाग को लिया गया, जिस पर लंबे समय तक चर्चा चली. जिला परिषद सदस्य मानसिंह और किशोरी लाल ने घोड़ी तेजपुर में बिजली कनेक्शन दिए जाने के मसले पर अधिकारियों को घेरा.

पढ़ेंः न्यायिक कर्मचारी संघ की कमान बीकानेर के जोशी के हाथ, जोधपुर के शर्मा सभा अध्यक्ष निर्वाचित

उन्होंने कहा कि वहां अब भी बड़ी संख्या में लोगों को बिजली नहीं मिली है और अधिकारी दावा कर रहे हैं जो कि झूठा है. सरवन प्रधान राजेश कटारा ने भी इस मामले पर खिंचाई करते हुए कहा कि बारिश के बाद रबी की फसलों की बुवाई हो चुकी है ऐसे में सकड़े और कच्चे रास्तों पर खंभे रोपने और लाइन खींचने का काम मुश्किल है. अधिकारी इस मुद्दे पर सदन को बरगला रहे हैं.

कनेक्शन के मसले परबिजली विभाग के अधिकारी हुए असमंजस का शिकार-

मानसिंह का आरोप था कि राजीव गांधी बिजली योजना और दीनदयाल योजना में एक ही काम कर पैसा उठाया जा रहा है. कनेक्शन के मसले पर भी बिजली विभाग के अधिकारी असमंजस का शिकार दिखे. जिला परिषद मेंबर किशोरी लाल ने अपने घर के बिल का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें ₹50000 का बिल थमाया गया है. जिसका कोई जवाब भी नहीं दिया जा रहा है तो आम आदमी का क्या हो रहा होगा.

4 से 5 लिफ्ट बंद होने का मामला उठाया गया-

घाटोल विधायक हरेंद्र निनामा ने कहा कि गांव में बड़ी संख्या में खंबे पड़े है. लेकिन विभाग के ठेकेदार काम नहीं कर रहे हैं. उन्हें पाबंद करने की जरूरत है. गढ़ी विधायक कैलाश मीणा ने अपने क्षेत्र में किए गए बिजली कनेक्शनों के बारे में पूछा. जिला परिषद सदस्यों ने घड़ी क्षेत्र में 4 से 5 लिफ्ट बंद होने का मामला उठाते हुए कहा कि बिल को लेकर बिजली विभाग की ओर से कनेक्शन काट दिया गया है.

पढ़ेंः बांसवाड़ा में बहेगी मानस ज्ञान की सरिता, 9 साल के शशि शेखर कराएंगे राम कथा का रसपान

प्रधान कटारा ने दलोट में 8 दिन से बिजली सप्लाई बंद होने का मसला उठाया. सड़कों की बदहाली पर भी जनप्रतिनिधि खूब बरसे. जनप्रतिनिधियों का कहना था कि बारिश से पहले ही सड़के छलनी हो गई थी. जो बारिश के बाद और भी बिगड़ गई है. जनप्रतिनिधियों ने कही कि माही परियोजना और बिजली विभाग के बीच किसान पीस रहे है. ऐसे में थोड़ी रियायत बरती जानी चाहिए.

विभाग की ओर से बताया गया कि बारिश के बाद सरकार द्वारा 650 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत की स्वीकृति प्रदान की गई है. जिनमें से करीब 400 किलोमीटर सड़कों के पेज निकाल दिए गए हैं और शेष का काम चल रहा है. यहां पर सड़क निर्माण के बाद गारंटी पीरियड को लेकर भी जनप्रतिनिधि लाल नजर आए.

छात्रावासों की हालत पर सवाल उठाया गया-

जिला परिषद सदस्य गोविंद सिंह राव ने समाज कल्याण विभाग के छात्रावासों की हालत पर सवाल उठाया और कहा कि बच्चों को समुचित सुविधाएं नहीं मिल रही है. साथ ही वार्डन अपने छात्रावास में नहीं दिखते. सहायक निदेशक असिन शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि 24 में से 11 हॉस्टल्स में वार्डन के पद खाली है. इस संबंध में जिला कलेक्टर के जरिए विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजा गया है.

पढ़ेंः 1581 करोड़ रुपए की लागत से स्कूलों का होगा निर्माण कार्यः मंत्री डोटासरा

किशोरी लाल ने आबापुरा छात्रावास की हालत को लेकर जिला कलेक्टर से निरीक्षण करने का आग्रह किया है. इस मामले पर उन्हें अन्य कई सदस्यों का भी समर्थन मिला. शिक्षा विभाग का मामला आया तो गत बैठक में कानगलिया गांव में अवैध तरीके से स्कूल चलाए जाने के मसले पर विभाग द्वारा कार्रवाई को लेकर लापरवाही बरते जाने पर भी खूब सवाल उठाए गए. वहीं बागीदौरा विधायक मालवीय ने जिला कलेक्टर की और मुखातिब होते हुए कार्रवाई करवाने का आग्रह किया. जिला कलेक्टर अंतर सिंह ने भी इस मसले पर जानकारी मांगी. कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया ने भी अपने क्षेत्र के कुछ मसलों पर जानकारी मांगी.

जिला कलेक्टर ने अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के बारे में कहा कि आधार कार्ड और बैंक खाते में त्रुटियों के कारण बड़ी संख्या में काश्तकारों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में हमने ग्राम सचिवों और पटवारियों के जरिए कैंप लगाकर उन्हें दुरुस्त कराने का प्रोग्राम तय किया है. साथ ही इस दौरान पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत मौजूद रहे. वहीं अंत में जिला प्रमुख रेशमा मालवीय ने आगंतुकों का आभार जताया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details